Delhi News: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों पर घूम रहे आवारा पशु राहगीरों की परेशानी का कारण बनते जा रहे हैं. इनकी वजह से कई तरह की सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं और कभी-कभी लोगों के इनके आक्रामकता का सामना भी करना पड़ता है. बात खेतों या शहरों की करें, खुले में घुम रहे आवारा पशु आम लोगों के परेशानी का कारण बन रहे हैं.


कई बार पालन पोषण करने वाले लोगों द्वारा गैर जिम्मेदाराना तरीके से इनको छोड़ दिया जाता है, जिसकी वजह से अक्सर राहगीर और आम लोग दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं. अब इसको लेकर दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज द्वारा एक अच्छी पहल की गई है. दरअसल दिल्ली के डीडीए कालकाजी और अलकनंदा क्षेत्र में खुले में घूम रही गायों को पशु वाहन द्वारा गौशाला भेजा गया. यहां पर उनकी अच्छी तरह से देखभाल करने का निर्देश दिया गया है.


स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर बड़ी पहल


बता दें कि दिल्ली के कई इलाकों में लोगों की शिकायत रहती है कि बेघर पड़े इन गायों और अन्य जानवरों की सुध लेने वाला कोई नहीं रहता, इन्हें आवारा सड़कों पर छोड़ दिया जाता है. ऐसे में कई बार जब पशुओं को समय पर खाना-पीना और देखभाल नहीं किया जाता है, तो वो हमलावर हो जाते हैं. अक्सर कई आम नागरिक इनके गुस्से का शिकार होते हैं. लगातार ऐसी शिकायतों के बढ़ने से स्वास्थ्य मंत्री आदेश में डीडीए कालकाजी और अलकनंदा क्षेत्र में खुले में घुम रहे गायों को सरकारी पशु वाहन द्वारा गौशाला भेजा गया.


नजफगढ़ गौशाला की अच्छी पहल


गौरतलब है कि दी नजफगढ़ सोसाइटी गौशाला दिल्ली के संचालक उमेश भारद्वाज ने एबीपी लाइव से बातचीत की. उन्होंने बताया कि आसपास के 100 से अधिक ग्रामीण क्षेत्र और 4 शाखाएं मिलाकर उनके गौशाला में 11 हजार से अधिक गायों की अच्छी तरह से देखभाल किया जाता है. लेकिन इस तरह से किसी भी गाय को सड़कों पर गैर जिम्मेदाराना तरीके से छोड़ना प्रकृति के खिलाफ है. साथ ही यह हरकत सभ्य समाज के लिए बेहद गलत और नकारात्मक संदेश देने जैसा है. अगर आप सक्षम नहीं है तो गाय को नहीं पालना चाहिए और इस प्रकार से गाय को छोड़ने से पहले किसी गौशाला या पशु पालक को सौंप देना चाहिए जो कि गायों की अच्छी तरह से देखभाल कर सकें.


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