आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने बुधवार (20 अगस्त) को सदन में देश के हर नागरिक को एडवांस्ड एआई टूल्स का फ्री सब्सक्रिप्शन दिए जाने की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि एआई के जमाने में अगर हमने अभी से इसकी तैयारी नहीं को तो हम बहुत पीछ रहे जाएंगे.
सदन में राघव चड्ढा ने कहा, "भारत के हर नागरिक को एडवांस जनरेटिव एआई टूल्स का फ्री सब्सक्रिप्शन दिया जाए. आज दुनिया बहुत तेजी से बदल रही है और इस बदलती दुनिया में एआई सिर्फ एक टेक्नोलॉजी नहीं बल्कि एक अवसर है, आगे बढ़ने का और सपनों को सच करने का."
उन्होंने कहा, "ये हमारे किसान भाइयों के लिए स्मार्ट खेती है. स्टूडेंट्स से लिए हर समय उपलब्ध रहने वाला ट्यूटर है. व्यापारियों के लिए बिजनेस प्लेनर है. नौजवानों के लिए करियर गाइड है और बुजुर्गों के लिए डॉक्टर भी है. आपके हर सवाल का जवाब और हर समस्या का समाधान एआई के पास है."
'कई देशों में एआई का फ्री एक्सेस दे रही सरकार'
आप सांसद ने ये भी कहा, "यही कारण है आज सिंगापुर, यूएई और चीन जैसे लोग अपने हर नागरिक को एआई का फ्री सब्सक्रिप्शन दे रहे हैं. वहीं भारत में जहां 140 करोड़ सपने पलते हैं वहां लोग इन एडवांस्ड एआई टूल से वंचित हैं क्योंकि ये टूल महंगे हैं."
'एआई 2030 तक 15 ट्रिलियन डॉलर की वैल्य करेगा क्रिएट'
राघव चड्ढा ने आगे कहा, "एक रिसर्च के मुताबिक 2030 तक एआई 15 ट्रिलियन डॉलर की वैल्यू क्रिएट करेगा. हम इस रेस के लिए अभी से तैयार नहीं हुए तो भारत इस रेस को जीतने की बात तो छोड़िए इससे बहुत पीछे छूट जाएगा."
'स्थानीय भाषाओं में फ्री सब्सक्रिप्शन दे सरकार'
उन्होंने कहा, "अगर भारत सरकार हर नागरिक को एडवांस्ड एआई टूल जैसे चैट जीपीटी, जैमिनाई, ग्रॉक, क्लाउड को सभी उम्र और हर वर्ग के लोगों को स्थानीय भाषाओं में फ्री और सुरक्षित तरीके से उपलब्ध करवाए तो ये प्रोडक्टिविटी को कई गुना बढ़ा सकता है और लोगों का कीमती समय बचा सकता है."
'सरकार इस तरफ दे ध्यान'
राघव चड्डा ने अंत में कहा, "चाहे कोड लिखना हो, डेटा एनेलिटिक्स हो या फिर सरकारी फॉर्म भरना हो ये सारे काम एआई की मदद से जल्दी और आसानी से किए जा सकते हैं. ये डिजिटल डेमोक्रेसी की तरफ अगला कदम है. ताकि आर्टिफिशिय इंटेलिजेंस की क्रांति में कोई भारतीय पीछे न छूटे और इंडिया सच में डिजिटल इंडिया बने, मेरी सरकार से ये मांग है कि इस तरफ ध्यान दिया जाए."