सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद दिल्ली के रोहिणी क्षेत्र में आवारा कुत्तों को पकड़ने गई एमसीडी की टीम पर पशुप्रेमियों के हमले को लेकर एक एफआईआर दर्ज की गई है. इस बीच रोहिणी इलाके में दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की टीम पर हमला करने और उनके द्वारा पकड़े गए आवारा कुत्तों को जबरन छोड़ने के आरोप में 34 वर्ष एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.
एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. पुलिस ने कहा कि आरोपी की पहचान रोहिणी सेक्टर-3 के निवासी भाविक वासन के रूप में हुई है, जिसका सीसीटीवी फुटेज के जरिए पता लगाया गया और हमले की जांच के दौरान उसे पकड़ लिया गया.
समूह ने कर्मचारियों के साथ मारपीट की
इस मामले में के एन काटजू मार्ग पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के अनुसार, यह घटना सोमवार सुबह हुई जब एमसीडी की पशु चिकित्सा विभाग की एक टीम रोहिणी के सेक्टर 16 में सर्वोदय विद्यालय में एक आवारा कुत्ते की शिकायत पर कार्रवाई करने गई थी. ड्राइवर ओम प्रकाश और स्टाफ सदस्य रतन, दीपक, पुष्पेंद्र और अनिल वाली टीम ने एक कुत्ते को पकड़ा और फिर सेक्टर 3 की ओर बढ़ी, जहां एक और आवारा कुत्ते को पकड़ा गया.
जानकारी के अनुसार एक समूह ने कर्मचारियों के साथ मारपीट की और पकड़े गए कुत्तों को सेक्टर 16 स्थित स्कूल परिसर में जबरन छोड़ दिया. अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने कथित तौर पर वाहन पर भी हमला किया, कुत्तों को पकड़ने वाले जाल, लॉग बुक और इग्निशन चाबी को क्षतिग्रस्त कर दिया और एमसीडी वैन के अंदर रखे औजार छीन लिए.
पूछताछ में हुआ ये खुलासा
इस घटना के बाद, पशु चिकित्सा अधिकारी रवीश कसाना ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके आधार पर एफआईआर दर्ज की गई. जांच के दौरान, घटना के सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए गए और उनका विश्लेषण किया गया. एक संदिग्ध की पहचान भाविक वासन के रूप में हुई. पूछताछ के दौरान, उसने खुलासा किया कि वह सेक्टर-3 स्थित अपनी दुकान के बाहर चार आवारा कुत्तों को खाना खिलाता था.
उसने 'रोहिणी डॉग लवर्स' नाम से एक सोशल मीडिया ग्रुप भी बनाया था. एक अधिकारी ने बताया कि घटना वाले दिन, उसने समूह के अन्य सदस्यों को एमसीडी टीम के आने की सूचना दी और स्थान साझा किया, जिसके बाद वे मौके पर इकट्ठा हुए और कुत्ते को छोड़ दिया. इसके अतिरिक्त, फुटेज में दिखाई दे रही दो महिलाओं की पहचान रोहिणी निवासी के रूप में हुई है और उनकी तलाश के लिए टीमें भेजी गई हैं.
इसके बाद अधिकारी ने बताया कि बाकी संदिग्धों की पहचान और उन्हें पकड़ने के प्रयास जारी हैं. इन लोगों ने सरकारी काम में बाधा डालकर, हमारे कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करके और गाड़ी से छेड़छाड़ करके नियमों का उल्लंघन किया. एमसीडी के एक अधिकारी ने कहा, "हमने पुलिस से सख्त कार्रवाई करने को कहा है.