Surguja News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सरगुजा (Surguja) जिले के बतौली चिरंगा में एल्यूमिनियम प्लांट की स्थापना के लिए कार्यरत कंपनी के कर्मचारियों से दर्जन भर से ज्यादा ग्रामीणों द्वारा मारपीट की जाने की घटना को गलत बताते हुए क्षेत्र के ग्रामीणों ने पुलिस (Surguja Police) द्वारा 9 लोगों पर अपराध कायम करने का विरोध किया है. ग्रामीणों ने कहा कि प्लांट के कर्मचारियों ने पूरी प्लानिंग के साथ शराब के नशे में ग्रामीणों पर हमला किया था. लाठी डंडा और चाकू से लैस कर्मचारियों के मारपीट से कई ग्रामीण घायल भी हुए हैं, जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने थाने में की, परंतु उक्त कर्मचारियों पर अपराध दर्ज नहीं हुआ है. इसी विरोध में 12 पिकअप वाहन में भरकर ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में हजारों रुपए खर्च कर कलेक्ट्रेट पहुंचे. ग्रामीणों ने कहा कि यूपी और बिहार से लठैतों को बुलाकर कंपनी मनमाने रूप से काम कर रही है.


क्या कहना है गांव वालों का
बता दें कि, बतौली क्षेत्र के ग्राम चिरंगा में एल्यूमिनियम प्लांट लगाए जाने का विरोध वहां के ग्रामीण शुरू से ही कर रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि फर्जी ग्राम सभा से कंपनी के द्वारा प्लांट का अप्रूवल लिया गया है और 100 एकड़ भूमि की फर्जी दस्तावेज से रजिस्ट्री कराई गई है. ग्रामीणों का यह भी कहना है कि 228 एकड़ भूमि पर अलग-अलग जगह ग्रामीणों का कब्जा है. इनमें कई पट्टे की भूमि है. कब्जा धारी पात्र लोग हैं जिन्होंने पट्टा के लिए आवेदन भी लगाया है. इन सब के बावजूद बिना ग्रामसभा की सहमति के उक्त भूमि को 99 साल की लीज पर दे दिया गया. इन सभी बातों का विरोध शुरू से ही ग्रामीण करते आ रहे हैं.


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गांव वालों ने लगाया ये आरोप
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि एल्यूमिनियम प्लांट में कार्यरत कर्मचारियों के द्वारा गांव में दहशत फैलाने का काम किया जा रहा है. यूपी और बिहार से लठैतों को बुलवा कर रखा गया है जिनके द्वारा गांव में हथियार लेकर घूमा जाता है और ग्रामीणों को धमकी भी दी जाती है. इन सब के बावजूद लगातार ग्रामीण एलमुनियम फैक्ट्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते आ रहे हैं.


गांव वालों ने क्या बताया
ग्रामीणों ने बताया कि 11 सितंबर को दोपहर लगभग 2 बजे के करीब एल्यूमिनियम प्लांट के कर्मचारियों के द्वारा कार्यालय का निर्माण किया जा रहा था. इस दौरान कुछ ग्रामीणों ने उन्हें ऐसा करने से मना किया. मना करने पर कर्मचारियों द्वारा संघर्ष समिति के अध्यक्ष महेश राम लकड़ा, सियाराम बेक, सुखमनिया, सुमित्रा, बोगा, धरमसाय के साथ मारपीट की गई. कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीणों ने यह माना कि बाद में अन्य ग्रामीणों के आ जाने के बाद कर्मचारियों के साथ झूमाझटकी हुई थी. ग्रामीणों के साथ मारपीट किए जाने की शिकायत उक्त ग्रामीणों ने थाने में की परंतु, मारपीट करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अभी तक अपराध दर्ज नहीं किया जा सका है.


की कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस के द्वारा जिन ग्रामीणों पर अपराध दर्ज किया गया है उनमें ऐसे कई ग्रामीण हैं, जो वहां थे भी नहीं. मंगलवार को 12 पिकअप में ठसाठस भरकर ग्राम चिरंगा, झूरीडांड, कर्रा, पोड़ी, मांझा, कालीपुर, करना, झरगवां के सैकड़ों ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट पहुंचकर फैक्ट्री और ग्रामीणों पर किए गए फर्जी एफआईआर का विरोध जताया है. ग्रामीणों के साथ मारपीट करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है.


फैक्ट्री का विरोध कर रहे ग्रामीण
बतौली विकासखंड के ग्राम चिरंगा में प्रस्तावित कुदरगढ़ एल्यूमिनियम प्लांट का ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं. इसके लिए ग्रामीणों ने पूर्व में नेशनल हाईवे पर चक्का जाम भी किया था. इसके साथ-साथ बतौली तहसील का घेराव भी किया था. कुछ दिन पूर्व ग्रामीणों ने रैली भी निकाली थी जिसपर अधिकारियों ने ग्रामसभा कराए जाने की बात कही थी.


एक बार फिर करा लें ग्राम सभा
कलेक्ट्रेट पहुंचे ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि, पूर्व में फर्जी ग्राम सभा कराकर एल्यूमिनियम प्लांट की मंजूरी ली गई थी. ग्रामीण इसी चीज का विरोध कर रहे हैं. ग्रामीणों ने कहा कि एक बार फिर से ग्राम सभा करा दिया जाए. अगर ग्रामीण सहमत हैं तो फैक्ट्री खुलेगी. अगर ग्राम सभा में ग्रामीण सहमत नहीं हुए तो फैक्ट्री नहीं खुल सकती.


अपर कलेक्टर ने क्या बताया
अपर कलेक्टर अमृत लाल ध्रुव ने बताया कि, बतौली तहसील अंतर्गत ग्राम चिरंगा के ग्रामीण आवेदन दिए हैं. उनके द्वारा यह कहा जा रहा है कि पुलिस प्रशासन द्वारा कोई सहयोग नहीं किया जा रहा है. कलेक्टर साहब को एक आवेदन दिया गया है. कंपनी के द्वारा उनके साथ अभद्र व्यवहार या मारपीट किया गया है उसके संबंध में ज्ञापन दिया गया है. इस संबंध में ज्ञापन प्राप्त हुआ है उसकी जांच करवाई जाएगी और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. 


एएसपी ने क्या बताया
एएसपी विवेक शुक्ला ने बताया कि, बतौली थानांतर्गत दो दिन पूर्व की घटना है. जानकारी मिली थी कि कुछ ग्रामीण जहां पर काम चल रहा है वहां गए हुए हैं और वहां मारपीट हुई है. मारपीट की रिपोर्ट पुलिस के पास आई जिसके आधार पर आईपीसी की धारा 147, 149, 294, 506, 323 के तहत मामला दर्ज किया गया है और मामले में जांच जारी है. इसमें ग्रामीणों के द्वारा भी आवेदन दिया गया है कि उनके साथ मारपीट हुई है लेकिन अभी जो विवेचना की गई है इसके तहत जो कंपनी के कर्मचारी हैं वो अस्पताल में भर्ती हैं और उनका उपचार चल रहा है. गांव वालों की शिकायत पर जांच की जा रही है. जांच के दौरान जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुरूप कार्रवाई की जाएगी. जो भी कानून हाथ में लेगा, कानून के विपरित कार्य करेगा उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करेगी. अगर कंपनी के लोग इसमें संलिप्त हैं, अगर उन्होंने कानून को हाथ में लिया है तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी.  


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