Chhattisgarh Sukma Encounter: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा बलों की कार्रवाई लगातार जारी है. शनिवार सुबह से सुकमा जिले में मुठभेड़ चल रही है. मुठभेड़ में दो नक्सलियों के मारे जाने की जानकारी सामने आ रही है. जिले के किस्टाराम थाना क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने पर डीआरजी और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीम तलाशी के लिए निकली थी.
सुबह से सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच रुक-रुककर मुठभेड़ हो रही है. सुरक्षा बल मौके पर सघन तलाश भी कर रहे हैं. बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की है.
बीजापुर में ही नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें 8 जवान शहीद हो गए थे. और एक ड्राइवर की भी मौत हो गई थी. इसके बाद सघन कार्रवाई शुरू की गई. फरवरी के महीने में बीजापुर जिले में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया गया था जिसमें कई नक्सली मारे गए थे जबकि कईयों ने सरेंडर कर दिया था. इनमें इनामी नक्सली भी शामिल थे.
फरवरी में मारे गए थे 31 नक्सली
बीजापुर के मद्देड़ और फरसेगढ़ पुलिस थाा क्षेत्रों की सीमा पर चलाए गए अभियान में 31 नक्सलियों को मारा गया था जिनमें 11 महिलाएं भी थीं. मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मी भी शहीद हो गए थे. इन नक्सलियों से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक मिले थे. यह एनकाउंटर 12 घंटे तक चला था. मौके पर 50 नक्सली मौजूद थे.
नक्सलवाद को 2026 तक समाप्त करने का लक्ष्य
बता दें कि केंद्र सरकार ने घोषणा की है कि मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का सफाया कर दिया जाएगा. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बयान में कहा था कि नरेंद्र मोदी सरकार बस्तर के चार जिलों को छोड़कर पूरे देश में नक्सलवाद को समाप्त करने में सफल रही है. नक्सलवाद की अंतिम विदाई देने के लिए 31 मार्च 2026 की तारीख तय की गई है. हम उससे पहले ही नक्सलवाद को समाप्त कर देंगे.
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