Korba Smart Meters: छत्तीसगढ़ में सूर्य घर स्कीम से छतों में सोलर सिस्टम लगाने पर अलग से बिजली मीटर लगाने की जरूरत नहीं होगी. स्मार्ट मीटर से ही बिजली की रीडिंग हो सकेगी. अलग से नेट मीटर लगाने का झंझट नहीं रहेगा. खास बात यह है कि ग्रिड कनेक्टेड होने से खपत से ज्यादा बिजली पैदा होने पर इसे ग्रिड पर भेज सकेंगे. जितनी बिजली ग्रिड में भेजेंगे आगे इसका लाभ उपभोक्ताओं को बिजली बिल में मिलेगा. उपभोक्ताओं को बिजली बिल में राहत दी जाएगी.


विद्युत वितरण विभाग द्वारा जल्द ही स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. इसके लिए कोरबा जिले में लगभग एक लाख 25 हजार उपभोक्ताओं के घर स्मार्ट मीटर लगाया जाना है. इस मीटर को मोबाइल की तरह रिचार्ज कर सकेंगे. जितना रिचार्ज होगा उतनी बिजली का उपयोग कर सकेंगे.


मार्च माह से मीटर लगना शुरू होना था, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण इसमें देरी हुई है. अब दूसरी ओर घरेलू उपभोक्ताओं के लिए सूर्य घर स्कीम भी लांच कर दी गई है. इसका लाभ लेकर उपभोक्ता बिजली बिल में राहत पा सकेंगे. बिजली उपभोक्ताओं को शासन द्वारा कई तरह की रियायत मिलती रही है. 


उपभोक्ताओं को 400 यूनिट बिजली खपत पर आधी राशि छूट का लाभ दिया जा रहा है. घर की छतों पर सोलर प्लांट लगाने पर और भी राहत उपभोक्ताओं को मिल सकेगी. सोलर प्लांट से जितनी बिजली का उत्पादन होगा उसकी मीटर की व्यवस्था स्मार्ट मीटर से कनेक्ट रहेगी. अलग से नेट मीटर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी. अधिकारियों की मानें तो यह सोलर सिस्टम ग्रिड कनेक्टेड होगा. खपत से अधिक बिजली बनने की स्थिति में बिजली ग्रिड में भेज दी जाएगी. जितनी यूनिट बिजली भेजी जाएगी उसका आंकलन कर उपभोक्ताओं को बिजली बिल में राहत दी जाएगी.


तीन स्थानों पर लगेंगे स्मार्ट मीटर


विद्युत वितरण विभाग द्वारा लाइन लास और विद्युत चोरी रोकने कवायद की जाती रही है. अब इसके लिए कंपनी ने तीन स्थानों पर स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बनाई है. पहले वितरण विभाग के ट्रांसफार्मर व फीडर में स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा. इसके बाद घरेलू उपभोक्ताओं के पुराने मीटर बदलकर उसकी जगह स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. नए मीटर के लगने के बाद घरेलू उपभोक्ताओं के यहां नेट मीटर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.


उपभोक्ताओं की समस्या होगी दूर


बिजली उपभोक्ताओं की कई समस्या रहती है, जिसमें गलत मीटर रीडिंग व मनमाना बिल सबसे अहम है. मीटर रीडिंग नहीं होने से मनमाना बिल भेज दिया जाता है. स्मार्ट मीटर लगने के बाद हर महीने मीटर रीडिंग का झंझट खत्म हो जाएगा. उपभोक्ताओं की यह शिकायत भी नहीं रहेगी कि उनके यहां गलत रीडिंग होने से मनमाना बिल भेजा गया है.


एक वेंडर को 100 उपभोक्ताओं का जिम्मा


पीएम सूर्य घर स्कीम के तहत उपभोक्ताओं के घरों की छतों पर सोलर सिस्टम लगाया जाएगा. इसके लिए आवेदन करना पड़ता है. स्कीम में देरी होती है इससे योजना से लाभान्वित करने का तय लक्ष्य भी प्रभावित होता है. यही कारण है कि वेंडरों की संख्या बढ़ाई जाएगी. प्रति 100 उपभोक्ताओं के बीच एक वेंडर रखा जाएगा, ताकि 15 से 20 दिन में उपभोक्ताओं के आवेदन करने पर उक्त स्कीम का लाभ शुरू हो सके. विद्युतीकरण निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे आवेदकों से संपर्क कर योजना के लिए बैंक से वित्तीय लोन उपलब्ध कराने में सहयोग करें.


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