Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में मौसम में आए बदलाव की वजह से तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हो रही है, एक तरफ जहां बस्तरवासियो को बारिश से भीषण गर्मी और तेज धूप से राहत मिली है, वहीं दूसरी तरफ इस अंधड़ और बारिश के कारण छत्तीसगढ़ में हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता की खरीदी प्रभावित हो रही है. 


बस्तर वन वृत के चारों वन मंडल जिसमें बस्तर, दंतेवाड़ा, सुकमा और बीजापुर में इस सीजन में पौने तीन लाख मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें अब तक तीन वन मंडल सुकमा, दंतेवाड़ा और बस्तर में केवल 77 हजार 475 मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी हो पाई है, वहीं बीजापुर वन मंडल के फड़ में खराब मौसम की वजह से तेंदूपत्ता की खरीदी  शुरू ही नहीं हो पाई है.


5500 रुपये करने का किया था वादा
दरअसल बस्तर के आदिवासी अंचलों में ग्रामीणों के लिए छत्तीसगढ़ में हरा सोना कहे जाने वाले तेंदूपत्ता का संग्रहण आय का मुख्य स्रोत है, बच्चों से लेकर पुरुष, महिलाएं और बुजुर्ग भी तेंदूपत्ता के सीजन में जंगलों से तेंदूपत्ता की तोड़ाई करते हैं और आर्थिक आय अर्जित करते हैं, छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनने के बाद बीजेपी ने अपने मोदी की गारंटी में प्रति मानक बोरा में इजाफा करते हुए 5500 रुपये करने का वादा किया था.


वादा निभाते हुए इस सीजन में 5500 रुपये  भुगतान करने की घोषणा की गई है, यही कारण है कि संग्राहक ज्यादा से ज्यादा मात्रा में तेंदूपत्ता का संग्रहण करने तैयारी में थे, लेकिन बे मौसम बारिश के कारण तेंदूपत्ता की खरीदी प्रभावित हो रही है,और ग्रामीण संग्राहकों में मायूसी छा गई है और बस्तर वन मंडल अपने खरीदी लक्ष्य से काफी दूर है.


बीजापुर में तेंदूपत्ता खरीदी की नहीं हुई शुरुआत
बस्तर के मुख्य वन संरक्षक आर. सी दुग्गा ने बताया कि बस्तर में पिछले कुछ  दिनों से तेज अंधड़ के साथ जमकर  बारिश हो रही है, वहीं कुछ जगह पर ओलावृष्टि भी हुई है, इसके कारण तेंदूपत्ता की गुणवत्ता खराब हुई है, यही कारण है कि ठेकेदारों द्वारा मौसम को देखते हुए रोक-रोक कर खरीदी की जा रही है, बस्तर के अंतर्गत चार वन मंडलों में बीजापुर वन मंडल में सबसे बेहतर क्वालिटी की तेंदूपत्ता पाई जाती है, लेकिन यहां पर खरीदी शुरू ही नहीं हो पाई है, बारिश की वजह से यहां तेंदूपत्ता खराब निकल रहे हैं जिस वजह से इसकी खरीददारी नहीं हो पा रही है, वहीं बारिश के कारण फड़ में सूख रही तेंदूपत्ता भी खराब हो रही है.


तेंदूपत्ता खरीदी में लक्ष्य से पिछड़ा बस्तर
मुख्य वन संरक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक बस्तर वन वृत के अंतर्गत चार वन मंडल में बीजापुर में 1 लाख 21 हजार 600 मानक बोरा खरीदी का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें अब तक खरीदी की शुरुआत ही नहीं हो पाई है, इसके अलावा सुकमा वन मंडल में 1 लाख 8  हजार मानक बोरा खरीदी का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें अब तक केवल 51 हजार 739 मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी हुई है, वहीं दंतेवाड़ा में 19 हजार 200 मानक बोरा का लक्ष्य रखा गया है ,और अब तक 17 हजार 621 मानक बोरा तेंदूपत्ता की खरीदी हो गई है.


इसके अलावा बस्तर वन मंडल में 21 हजार 800 मानक बोरा खरीदी का लक्ष्य रखा गया है, और अब तक 8 हजार 114 मानक बोरा की खरीदी हुई है, पिछले साल की तुलना में इस साल बारिश की वजह से तेंदूपत्ता की खरीदी काफी प्रभावित हुई है.


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