Raigarh Cyber Fraud: रायगढ़ जिले में सेंट्रल जीएसटी अफसर के साथ ठगी का मामला सामने आया है. ठग ने अफसर को 10 लाख रुपये की चपत लगा दी. ठगी की वारदात ट्रेन टिकट कैंसलेशन के नाम पर हुई. जालसाज व्हाट्सएप लिंक भेजकर 10 लाख ऑनलाइन ट्रांसफर कर लिया.


पीड़ित ने गूगल से नंबर निकालकर फोन कॉल किया था. मोबाइल पर धड़ाधड़ मैसेज आने के बाद पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ. जानकारी के अनुसार जवाहर नगर रामभाठा में रहने वाले 56 वर्षीय ललित किशोर बारा सेन्ट्रल जीएसटी ऑफिस रायगढ़ में अधीक्षक पद पर तैनात हैं.


जीएसटी अफसर के साथ ठगी


3 मार्च को पीड़ित ने गूगल में आईआरसीटीसी टिकट कैसलेंशन के लिए नंबर सर्च किया. आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर नंबर दिखाई दिया. उन्होंने दिए हुए नंबर पर कॉल किया. जालसाज ने टिकट कैंसलेशन के नाम पर बातों में उलझाकर व्हाट्सएप लिंक भेजा. व्हाट्सएप लिंक क्लिक करते ही नेट बैकिंग खुल गया. पीड़ित ने आईडी और पासवर्ड डाला. जालसाज ने पीड़ित के खाते से तीन बार ट्रांजेक्शन करते हुए करीब 9 लाख 99 हजार 439 रुपये ट्रांसफर कर लिया. मोबाइल पर लगातार ट्रांजेक्शन का मैसेज आने के बाद पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ.


10 लाख ऑनलाइन ट्रांसफर


उन्होंने बैंक पहुंचकर खाते से ऑनलाइन निकासी की जानकारी दी. बैककर्मी ने खाते में राशि ट्रांसफर होने की जानकारी दी. पीड़ित ने राशि होल्ड के लिए आवेदन दिया. बैंक ने करीब 2 लाख रुपये होल्ड कराया. पीड़ित की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने 420 का अपराध दर्ज किया है. ज्यादातर लोग किसी कंपनी या फर्म का कस्टमर केयर नंबर ढूंढने के लिए गूगल सर्च करते हैं.


साइबर ठग कंपनियों के नाम से मिलता-जुलता फर्म बनाकर अपना मोबाइल नंबर गूगल पर अपलोड कर रखे हैं. जालसाज अक्सर व्हाट्सअप पर फिशिंग लिंक भेजकर ठगी को अंजाम देते हैं. इसलिए गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करते समय सावधानी बरतें. अज्ञात लिंक को क्लिक ना करें और ना ही निजी जानकारी शेयर करें. 


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