Chhattisgarh Narayanpur Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में 30 अप्रैल को हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में मारे गए 10 नक्सलियों में से 9 नक्सलियों की शिनाख्ती नारायणपुर पुलिस ने कर ली है. इनमें बड़े कैडर के नक्सली भी मारे गए हैं. जिनका खौफ लंबे समय से महाराष्ट्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के कई इलाको में बना हुआ था. इन नक्सलियों के मारे जाने से माओवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है.


जिन नक्सलियों को जवानों ने मुठभेड़ में मार गिराया है उन पर महाराष्ट्र, तेलंगाना और बस्तर के अलग-अलग थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. मृतक नक्सली जोगन्ना जो SZCM का सदस्य था इस पर 25 लाख रुपए का ईनाम छत्तीसगढ़ पुलिस ने घोषित कर रखा था. जोगन्ना की तीन राज्यों की पुलिस लंबे समय से तलाश कर रही थी और आखिरकार नारायणपुर के एसटीएफ और DRG  के जवानों ने जोगन्ना को मुठभेड़ में मार गिराया.


भारी मात्रा में हथियार बरामद
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि नारायणपुर जिले में इस साल की यह सबसे बड़ी मुठभेड़ है. जिसमें जवानों ने 10 हार्डकोर नक्सलियों को मार गिराया है और बड़ी मात्रा में नक्सलियों का विस्फोटक सामान एके-47,इंसास राइफल, 12 बोर की बंदूके, BGL और नक्सलियों का मेडिकल किट,जेसीबी मशीन और महत्वपूर्ण  दस्तावेज के साथ ही राशन सामान,नक्सलियो के पिट्ठू बैग, बरामद किए हैं.


नक्सलियों के ठिकानों पर अब जवानों की पहुंच
आईजी ने बताया कि मारे 10 में से 8 नक्सलियो की पहचान हो गई है. वही नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों की पहुंच अब अबूझमाड़ तक हो गई है. अब इस इलाके में नक्सल विरोधी अभियान को एक नया नाम दिया गया है जिसका नाम "माड़ बचाओ अभियान" रखा गया है. क्योंकि अब यह इलाका जवानों के लिए अबूझ नहीं है. जिन इलाक़ो को नक्सली अपना सुरक्षित ठिकाना मानते थे अब उन इलाकों में भी जवानों की पहुंच हो गई है. आईजी ने कहा कि पूरे ऑपरेशन में एक करोड़ रुपए का ईनामी नक्सली जो माओवादी संगठन में पोलित ब्यूरो का मेंबर है, "सोनू" अपने आप को इस मुठभेड़ से बचाने और मौके से भाग निकलने में कामयाब हो गया, लेकिन पुलिस इस इलाके में अपना ऑपरेशन जारी रखेगी. साथ ही इन बड़े नक्सली कैडरों पर अब फोकस किया जाएगा.


63 लाख रुपए के 10 इनामी नक्सली ढेर
इधर मारे गए नक्सलियों में 25 लाख रुपए के इनामी नक्सली जोगन्ना के अलावा मल्लेश उर्फ ऊंगा जो की डीवीसीएम का सदस्य था. इस पर छत्तीसगढ़ पुलिस ने 8 लाख रुपये का ईनाम रखा था. इसके अलावा विनय उर्फ रवि इस पर भी 8 लाख रुपए का ईनाम घोषित था. महिला नक्सली संगीता डोगे इस पर 5 लाख रुपए  का इनाम घोषित था. इसके अलावा सुरेश पर भी 8 लाख रुपये का इनाम घोषित था. 


वही महिला नक्सली सुष्मिता उर्फ चैती पर 2 लाख रुपए, कमली पर 2 लाख और पांडु कवाची पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था. इसके अलावा अन्य 2 नक्सलियों पर दो-दो लाख रुपए का ईनाम घोषित था. आईजी ने बताया कि इन सभी 10 माओवादियों पर कुल 63 लाख रुपए का इनाम घोषित था. जिन्हें जवानों ने मार गिराया और यह नारायणपुर पुलिस के लिए काफी बड़ी उपलब्धि साबित हुई है.


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