Mahasamund Police News: इंटरनेट क्रांति के साथ देश में साइबर फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़ गए हैं. रोजाना बड़ी संख्या में लोग अनजान कॉल, वेब लिंक के जरिए अपनी गाढ़ी कमाई के पैसे एक झटके में गंवा रहे हैं. इसलिए साइबर फ्रॉड जागरूता अभियान भी तेजी से चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ पुलिस भी स्कूली बच्चों को जागरूक करने के लिए खाकी के रंग स्कूल के संग अभियान चला रही है. इस अभियान के लिए महासमुंद पुलिस ने वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया.


महासमुंद पुलिस का वर्ल्ड रिकॉर्ड


महासमुंद पुलिस ने स्कूली बच्चों को साइबर फ्रॉड से जागरूक करने के लिए पिछले 2 महीने से अभियान चलाया जा रहा है. इसमें 20 हजार से अधिक बच्चों को साइबर क्राइम की हर संभावनाओं के बारे जानकारी दी गई. इसलिए पुलिस की पहल पर विश्व के सबसे बड़े साइबर फ्रॉड के खिलाफ जागरूकता अभियान के रूप में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया. बुधवार को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के एशिया हेड डॉ मनीष विश्नोई ने महासमुन्द एसपी भोजराम पटेल को सम्मानित किया.


स्कूली बच्चों को साइबर फोर्ड से किया जागरूक


20 सितंबर को महासमुंद के श्री शंकराचार्य सभागार में आयोजित सामुदायिक पुलिसिंग अभियान खाकी के रंग स्कूल के संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें बड़ी संख्या में जिले के प्रमुख लोग और स्कूली बच्चे शामिल हुए थे. इसके अलावा बागबहारा के फार्च्यून स्कूल के दिव्यांग बच्चे शामिल हुए थे. इस दौरान पुलिस ने स्कूली बच्चों को फर्जी कॉल और बैंक से जुड़ी जानकारी मांगने वाले, इनाम जितने वाले फर्जी लिंक के बारे में जानकारी दी. इसके अलावा साइबर फ्रॉड से जागरूकता का एक वीडियो भी लॉन्च किया गया.


साइबर ठगों के झांसे में नहीं आएंगे बच्चे


जिले के एसपी भोजराज पटेल के नेतृत्व में साइबर फ्रॉड के खिलाफ इस बड़े स्तर के जागरूकता अभियान को चलाया जा रहा है. पुलिसकर्मी स्कूली बच्चों को जागरूकता के लिए स्कूल में ही चौपाल लगाते हैं. बच्चों के साथ स्कूल के शिक्षकों को भी साइबर फ्रॉड के बारे में समझाते हैं. महासमुंद पुलिस ने बताया कि स्कूल में बच्चों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं. इससे बच्चे जल्द ही जागरूक हो रहे हैं और आगे साइबर ठगों के झांसे में नहीं आएंगे.