छत्तीसगढ़  के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय बस्तर ओलंपिक 2025 का शुभारंभ करने  जगदलपुर पहुंचे. शहर के प्रियदर्शनी स्टेडियम और अन्य 3 जगहों पर आयोजित तीन दिवसीय बस्तर ओलंपिक में पूरे संभाग भर से 3500 से ज्यादा प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. इस आयोजन का गुरुवार (11 दिसंबर) को मुख्यमंत्री ने शुभारंभ किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अब बस्तर के लोग विकास चाहते हैं और नक्सलवाद से मुक्ति चाहते हैं. बस्तर ओलंपिक के आयोजन को लेकर इस साल भी  ग्रामीण अंचलों के  युवाओ में काफी खुशी है. जो युवा पहले हिंसा का रास्ता चुन अपने हाथ में बंदूक थामें हुए थे, वही युवा सरेंडर करने के बाद इस खेल में भाग लेकर हाथ में हॉकी और बैडमिंटन थामे हुए हैं.

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सरेंडर करने वाले नक्सली ले रहे हिस्सा

बस्तर ओलंपिक में नक्सली हिंसा से पीड़ित युवा और मुख्य धारा से जुड़े आत्मसमर्पित नक्सलियों समेत कुल 761 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं. पिछले साल 2024 में 1 लाख 65 हजार युवाओं ने बस्तर ओलंपिक में पंजीयन कराया था. इस साल 3 लाख 91 हजार युवाओं ने पंजीयन कराया  हैं.  

ब्लॉक स्तरीय, जिला स्तरीय के बाद अब संभाग स्तरीय बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है. 3 दिन के इस आयोजन में 11 खेलों को शामिल किया गया है. इसके लिए बस्तर जिले के चार अलग-अलग मैदानों में तीन दिन तक खेलों का आयोजन किया जाएगा.

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इस दिन होगा ओलंपिक का समापन

शनिवार (13 दिसंबर) को बस्तर ओलंपिक का समापन किया जाएगा. इसमें खुद देश के गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे और विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी करेंगे. नक्सली हिंसा से पीड़ित खिलाड़ी और आत्मसमर्पित नक्सलियों को मिलाकर खिलाड़ियों की टीम तैयार की गई है.

इन सभी को नुवा बाट (नया रास्ता) नाम दिया गया है. बस्तर ओलंपिक के शुभारंभ पर पद्मश्री मैरी कॉम भी जगदलपुर पहुचीं हुई है. जिन्होंने बस्तर ओलंपिक के प्रतिभागियों को अपने संबोधन से प्रोत्साहित किया.

पहले बस्तर नक्सलवाद से ग्रसित था- विष्णु देव साय

बस्तर ओलंपिक का शुभारंभ कर सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि पहले बस्तर नक्सलवाद से ग्रसित था. देश में छत्तीसगढ़ का नाम नक्सलवाद की वजह से जाना जाता था. बस्तर की धरती  खनिज संपदा से भरपूर है. बस्तर में पर्यटन स्थल और यहां की मिट्टी में उर्वरक है, लेकिन नक्सलवाद की वजह से बस्तर का विकास नहीं हो पा रहा था. 

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद काफी कमजोर पड़ गया है- विष्णु देव साय

सीएम ने कहा कि लेकिन बीते 2 सालों में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद काफी कमजोर पड़ गया है. वर्तमान की सरकार दुश्मन को घर मे घुसकर मारने वाली सरकार है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने बस्तर में तैनात जवानों और छत्तीसगढ़ सरकार की हौसला अफजाई की.

सीएम विष्णु देव साय ने कहा कि नक्सलवाद के खिलाफ जंग छेड़ी. जिसका नतीजा यह हुआ कि सैकड़ों की संख्या में बंदूक थामें बस्तर के ग्रामीण अंचलों के युवा मुख्य धारा से जुड़कर अब बस्तर ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं. 

खेल जगत में युवा तेजी से आगे बढ़ रहे हैं- विष्णु देव साय

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में खेल जगत में युवा तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और राष्ट्रीय स्तर के खेलों में भाग ले रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर छत्तीसगढ़ के युवा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले ओलंपिक में भाग लेते है तो उन्हें 21 लाख रुपये दिए जाते हैं.

सीएम ने आगे कहा कि यदि कोई ओलंपिक में स्वर्ण पदक पाता है, तो उसे 4 करोड़ रुपये, कांस्य पदक के लिए 3 करोड़ रुपये और रजत पदक के लिए 2 करोड़ रुपये दिए जाते हैं. निश्चित तौर पर बस्तर ओलंपिक से भी ऐसे युवा अपनी प्रतिभा से आगे आएंगे.

उन्होंने कहा कि युवा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीयस्तर के खेलों में शामिल होकर पदक जीतकर छत्तीसगढ़ और बस्तर का नाम रोशन करेंगे. सीएम ने कहा कि बस्तर ओलंपिक का परिणाम यह होगा कि आगामी दिनों में खेलो इंडिया जैसे खेल बस्तर में भी हो सकेंगे. जिससे बस्तर को देश दुनिया में एक अलग पहचान मिल सकेगी.