Janjgir Champa Municipal Corporation News: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिला मुख्यालय की नगर पालिका में अध्यक्ष भगवानदास गढ़वाल के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया. कुर्सी बचाने के लिए उन्हें 9 मतों की जरूरत थी. वोटिंग में अविश्वास प्रस्ताव के विरूद्ध में 11 वोट पड़े. जिसके बाद ये साफ हो गया कि जांजगीर-नैला शहर के अध्यक्ष पद पर भगवान दास बने रहेंगे.


नगर पालिका परिषद जांजगीर-नैला के पार्षदों के जरिये अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था, जिस पर चर्चा मंगलवार (30 जनवरी) को नगर पालिका सभागार में किया गया. इस सम्मेलन की अध्यक्षता एसडीएम जांजगीर ने की. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद मतदान कराया गया. अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 14 वोट पड़े जबकि अविश्वास प्रस्ताव के विरूद्ध में 11 मत पड़े. 


अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े 14 वोट
नगर पालिका में 25 सदस्यीय सदन में अविश्वास प्रस्ताव पारित करने के लिए दो तिहाई यानि 17 मतों की जरूरत थी, लेकिन 14 वोट ही अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े. इस प्रकार अध्यक्ष के विरूद्ध लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया. अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त होने के बाद विधायक व्यास कश्यप, पार्षदगण रामविलास राठौर, विष्णु यादव, भगवंतीन यादव, सीतादेवी यादव, सीमा शर्मा, रमेश पैगवार, विवेक सिसोदिया, पप्पू शर्मा, कमलेश बाबा, शिशिर द्विवेदी, रफीक सिद्दिकी, रामकुमार यादव, प्रिंस शर्मा, मनोज अग्रवाल, पंचराम यादव सहित कई कांग्रेसी नेताओं ने जमकर जश्न मनाया.


उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव चर्चा आज
नगर पालिका उपाध्यक्ष आशुतोष गोस्वामी (बीजेपी) के विरूद्ध पार्षदों के जरिये लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर सम्मिलन बुधवार (31 जनवरी) को होना है. जिसकी अध्यक्षता एसडीएम जांजगीर करेंगे. इस संबंध में नपाध्यक्ष भगवानदास गढ़वाल ने कहा कि उपाध्यक्ष के पद को हम लोग गंभीरता से नहीं लेते, लेकिन हमारी रणनीति यह रहेगी कि अविश्वास प्रस्ताव पारित करके दिखायेंगे. उपाध्यक्ष तो एक मोहरा है, लेकिन जिसने उनके सिर पर हाथ रखकर अविश्वास प्रस्ताव की शुरूआत की है उसे हम दिखायेंगे.


'कांग्रेस है एकजुट'
नगर पालिका अध्यक्ष भगवान दास गढ़वाल ने अपने विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के ध्वस्त होने के बाद कहा, "हमारे पार्षदों ने दिखा दिया कि कांग्रेस एकजुट है. मेरी जीत का श्रेय शहर की जनता, हमारे मार्गदर्शक डॉ. चरणदास महंत, स्थानीय विधायक व्यास कश्यप और सभी पार्षदों और कांग्रेसजनों को जाता है. चुनाव को हमने सहज ढंग से लिया है. हम सभी पार्षदगण एक थे. जिन लोगों ने हमे अलग करने के लिए चुनाव लड़वाया है, उन्हें बात समझ में आ गई होगी."


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