Sukma News: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए ताड़मेटला, बुर्कापाल, कसालपाड़ और तिम्मापुरम जैसे बड़े नक्सली वारदातों में शामिल नक्सली कमांडर नागेश उर्फ पेड़कम एर्रा ने सुकमा एसपी के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है. नागेश पर 8 लाख रुपये का इनाम  घोषित था. सुकमा पुलिस की तरफ से चलाए जा रहे पुना नार्कोम अभियान और सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर साथ ही जवानों की तरफ से नक्सलियों के कोर इलाके में बढ़ते दबाव के बाद नागेश ने नक्सली संगठन छोड़ सरेंडर कर दिया है.


नक्सली संगठन में नागेश पिछले 20 सालों से सक्रिय था और नक्सलियों के पीएलजीए बटालियन नंबर एक के कंपनी नंबर  2 का कमांडर था. नागेश के सरेंडर करने से नक्सली संगठन को इससे बड़ा नुकसान पहुंचा है. सुकमा जिले के एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि सोमवार (26 फरवरी) को माओवादी संगठन को एक बड़ा झटका लगा है. नक्सलियों के पीएलजीए बटालियन नंबर एक कंपनी नंबर 2 में सक्रिय कमांडर नागेश ने सरेंडर कर दिया है.


इन नक्सली हमलों में रहा था शामिल 


नागेश पिछले 20 सालों से नक्सली संगठन में सक्रिय होकर अलग-अलग बड़े नक्सली हमले में हुए 122 जवानों की हत्या में शामिल रहा है. जिसमें मुख्य रूप से साल 2010 में हुए ताड़मेटला में नक्सली हमले में 76 जवानों की हत्या के साथ ही सुकमा जिले के ही तिम्मापुरम के जंगल में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 4 जवानों की हत्या में शामिल था. इसके अलावा पीड़मेल और एंटापाड़ गांव के बीच जंगल में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 7 जवानों की हत्या, इसके अलावा कोत्ताचेरु और भेज्जी के बीच हुई मुठभेड़ में 12 जवानों की हत्या और इसके अलावा बुर्कापाल में हुए 25 जवानों की हत्या और 2017 में टोंडामर्का में हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 3 जवानों की हत्या की घटना में शामिल रहा.


सुकमा के एसपी ने क्या बताया?


नक्सली संगठन में नागेश अत्याधुनिक हथियार इंसास चलाता था. सरेंडर करने के बाद नागेश को राज्य शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति के तहत सहायता राशि देने के साथ जल्द ही अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएगी. सुकमा एसपी ने यह भी बताया कि सरेंडर नक्सली नागेश से माओवादी संगठन को लेकर लगातार पूछताछ की जा रही है. उम्मीद है कि पूछताछ के दौरान संगठन को लेकर बड़े खुलासे हो सकते हैं और इसके आधार पर पुलिस नई रणनीति के तहत आगे अपना नक्सल विरोधी अभियान चलाएगी.


वहीं एसपी ने बताया कि पूना नॉर्कोम (नई सुबह नई शुरुआत) अभियान के तहत बीते 1 साल में सुकमा जिले में 50 से अधिक नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है और इन सरेंडर नक्सलियों में 5 लाख से लेकर 8 लाख रुपए के इनामी नक्सली भी शामिल है.


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