Durg News: एक नवंबर को छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस है. एक नवंबर को अंतरराष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. यह महोत्सव एक नवंबर से 3 नवंबर तक चलेगा. इस महोत्सव में 1500 आदिवासी कलाकार भाग लेंगे. इसके अलावा 9 देशों के आदिवासी कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे. यह आयोजन छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किया जा रहा है. इस आयोजन में अपनी कला का बेहतर प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को 20 लाख इनाम के तौर पर दिया जाएगा.


100 विदेशी कलाकार लेंगे भाग
इस आयोजन में भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के जनजातीय कलाकारों की टीमों के साथ-साथ 9 देशों के जनजातीय कलाकारों की टीमें भी शामिल हो रही हैं. इस वर्ष यह आयोजन एक नवंबर से शुरू हो रहा है. यह छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना की तारीख भी है. रायपुर में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव का आयोजन तीन दिनों तक किया जाएगा. इस आयोजन में 1500 जनजातीय कलाकार शामिल होंगे. इनमें से 1400 कलाकार भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के हैं. इनके अलावा 100 कलाकार विदेशों के होंगे.


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छत्तीसगढ़ में तीसरे साल हो रहा है यह आयोजन
छत्तीसगढ़ में अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का यह तीसरा आयोजन है. पिछले वर्ष इस आयोजन में 12 देशों ने रुचि ली थी. जिनमें से सात ने इसमें हिस्सा लिया था. इस साल 26 देशों ने रुचि दिखाई है. इनमें से 9 देश इस महोत्सव में शामिल होने जा रहे हैं. इस आयोजन में मोजांबिक, मंगोलिया, टोंगो, रशिया, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूजीलैंड और इजिप्ट के जनजातीय कलाकार हिस्सा लेंगे.


जीतने वाले कलाकारों को दिए जाएंगे लाखों के इनाम
इंटरनेशनल ट्राइबल डांस फेस्टिवल में दो कैटेगरी में प्रतियोगिताएं होंगी. विजेताओं को कुल 20 लाख रुपए के पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा. प्रथम स्थान के लिए 5 लाख रुपए, द्वितीय स्थान के लिए 3 लाख रुपए और तृतीय स्थान के लिए 2 लाख रुपए के पुरस्कार दिए जाएंगे. एक नवंबर को सुबह नृत्य महोत्सव का शुभारंभ होगा और शाम को राज्योत्सव के अवसर पर राज्य अलंकरण दिया जाएगा.


छत्तीसगढ़ में 42 तरह की जनजातियां करती है निवास
छत्तीसगढ़ राज्य का 44 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित है. 42 तरह की जनजातियां प्रदेश में निवास करती हैं. इन सभी जनजातियों के अपने-अपने तीज-त्यौहार हैं, अपनी-अपनी संस्कृति है, अपनी-अपनी कला परंपराएं हैं. इन्हीं सबसे मिलकर छत्तीसगढ़ राज्य की सुंदर संस्कृति और परंपराओं का निर्माण होता है. छत्तीसगढ़ में जनजातियों की जनसंख्या कुल जनसंख्या का 31 प्रतिशत है. छत्तीसगढ़ की आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल रही है. इसी कड़ी में राज्य में तीसरी बार आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.