Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले को वीआईपी जिला कहा जाता है. इसके पीछे की वजह अब आप जरूर जानना चाहेंगे और जानना भी चाहिए कि आखिर छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले को वीवीआईपी जिला क्यों कहा जाता है? इस जिले में कौन-कौन वीआईपी रहते हैं? यह जानना आपके लिए जरूरी है.


छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले को उस समय वीवीआईपी जिले के नाम से जाना गया जब 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनी. सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेश बघेल ने शपथ ली. इसके साथ ही दुर्ग जिले के ही दो और विधायको ने मंत्री पद की शपथ ली. जिनमें गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार शामिल हैं.


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जानें कितने मंत्री रहते हैं दुर्ग संभाग में?


दुर्ग संभाग की बात की जाए तो दुर्ग संभाग से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल हैं, छत्तीसगढ़ के दुर्ग संभाग से ही सबसे ज्यादा मंत्री आते हैं जिनमें मो. अकबर वन मंत्री कवर्धा विधानसभा, अनिला भेडिया (Anila Bhediya) महिला व बाल विकास मंत्री बालोद जिले के डौंडीलोहारा से, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे बेमेतरा जिले की साजा विधानसभा सीट से, पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार दुर्ग जिले के अहिवारा विधानसभा सीट और दुर्ग ग्रामीण से विधानसभा से गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू हैं.


इनके अलावा दुर्ग जिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता स्वर्गीय मोतीलाल वोरा भी दुर्ग जिले से थे. राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली राज्यसभा सांसद सरोज पांडे भी दुर्ग से हैं और दुर्ग सांसद विजय बघेल भी दुर्ग जिले से हैं. इनके अलावा दुर्ग जिले में छत्तीसगढ़ के कई बड़े प्रशानिक अधिकारी भी रहते हैं.


कला और बॉलीवुड की महान हस्तियां भी दुर्ग से हैं


इनके अलावा बॉलीवुड और कला के क्षेत्र में बात की जाए तो बॉलीवुड के मशहूर फ़िल्म निर्माता अनुराग बसु भी दुर्ग जिले से ही आते हैं. साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली और देश का नाम रोशन करने वाली पंडवानी गायक तीजन बाई भी दुर्ग जिले के गनियारी गांव में ही रहती हैं. इसके अलावा कई कलाकार हैं जो दुर्ग जिले निवास करते हैं इसलिए दुर्ग जिले को अब वीवीआइपी जिलs के नाम से भी जाना जाता है.


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