Bilaspur News: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में स्थित जिला अस्पताल से मरीजों को रेफर करना बंद कर दिया गया है. अगर कोई मरीज निजी अस्पताल जाने की जिद करता तो, सबसे पहले उससे जिला अस्पताल में क्या कमी हैं, पूछा जाएगा. इसके बावजूद मरीज नहीं मानता तो निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर को जिला अस्पताल बुलाकर मरीज का इलाज किया जाएगा. जीवनदीप समिति से निजी हॉस्पिटल के डॉक्टर को पेमेंट किया जा रहा है.


जिला अस्पताल से मरीजों को सिम्स व निजी अस्पताल रेफर करने की आए दिन शिकायत मिलते रहती थी, लेकिन अब इसमें पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता ने आदेश दिया है कि जिला अस्पताल से एक भी मरीज को रेफर नहीं किया जाए. अगर किसी मरीज को सिम्स या दूसरे अस्पताल भेजने की नौबत आती हैं तो सबसे पहले सिविल सर्जन को सूचना देनी होगी. वहीं मरीज से पूछना होगा कि जिला अस्पताल में क्या कमी हैं, जिसकी वजह से वह दूसरी अस्पताल जाना चाहता है. 


इसके बावजूद मरीज नहीं मानता है तो निजी हॉस्पिटल से डॉक्टर को जिला अस्पताल बुलाया जाएगा. वहीं मरीज को उपचार के लिए निजी हॉस्पिटल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. जीवनदीप समिति से प्राईवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर को निर्धारित शुल्क भुगतान किया जा रहा है.


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आईसीयू का शुल्क 10 रुपए से भी कम


जिला अस्पताल में 28 बेड का आईसीयू बनाया गया है. वेंटीलेटर और आधुनिक मशीनों के साथ आईसीयू का संचालन किया जा रहा है. जहां निजी हॉस्पिटलों में आईसीयू का किराया 8 से 10 हजार रूपए प्रतिदिन है. आपको जानकर आश्चय होगा कि आईसीयू का एक दिन का किराया 10 रूपए से भी कम है.


बालक का हुआ ईको कार्डियोग्राफी


अकलतरा निवासी 4 वर्ष के बालक को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया. जांच में पता चला कि उसके हार्ट में छेद है. ऐसे में परिजनों द्वारा निजी हॉस्पिटल में जाने की बात कही गई. इको कार्डियोग्राफी की सुविधा जिला अस्पताल और सिम्स में नहीं थी. आखिरकार निजी हॉस्पिटल से संपर्क किया गया. वहीं बच्चे का निजी हॉस्पिटल में इको कार्डियोग्राफी कराई गई. वहीं जिला अस्पताल में उपचार किया गया. पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद बालक को छुट्टी दे दी गई.


रेफर करना बंद कर दिया गया


जिला अस्पताल में पदस्थ सिविल सर्जन डॉ अनिल गुप्ता ने बताया कि मरीजों को रेफर करना बंद कर दिया गया है. जरूरत पड़ने पर निजी हॉस्पिटल से डॉक्टरों को बुलाया जा रहा है. जीवनदीप समिति से इसका भुगतान किया जाता है.