छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में रईसजादों ने रील बनाने के लिए नेशनल हाइवे ही जाम कर डाला. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. अब इस मामले में छत्तीसगढ़ हाई कार्ट ने संज्ञान लिया है. जिसके बाद पुलिस ने गाड़िया जब्त कर FIR दर्ज की है.

महंगी लक्ज़री गाड़ियों का काफिला किसी नेता का नहीं बल्कि बिलासपुर के रईसजादों का है, जिन्होंने महज रील बनाने के लिए छत्तीसगढ़ का सबसे व्यस्त नेशनल हाइवे को ही जाम कर डाला.

जानकारी के मुताबिक बीजेपी नेता विनय शर्मा के बेटे देवांश शर्मा ने दो नई लग्ज़री गाड़ियां खरीदी थी, जिसके बाद वो अपने दोस्तों के साथ रील बनाने के लिए नेशनल हाइवे 130 पर पहुंच गए और हाइवे जाम कर दिया.

रील बनाने के लिए बाकायदा स्टूडियों से कैमरा और ड्रोन हायर किया गया था. वीडियो देवांश शर्मा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अपलोड किया. जिसके बाद ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा.

पुलिस ने दो हजार रुपये का जुर्माना लगाया है. छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया है. हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश कुमार सिन्हा ने बिलासपुर पुलिस से पूछा कि आखिर इन लक्ज़री गाड़ियों को जब्त क्यों नहीं किया गया. हाई कोर्ट ने पुलिस से शपथपत्र के माध्यम से जबाव मांगा है. जिसके बाद सकरी थाना पुलिस ने गाड़ियों को जब्त कर FIR दर्ज की है.

 मामले में हाई कोर्ट की सख्ती के बाद पुलिस तो हरकत में आई ही, लेकिन छत्तीसगढ़ का राजनीतिक पारा भी चढ़ गया. कांग्रेस ने सरकार पर रसूखदारों और अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगा डाला. कांग्रेस का कहना है कि सरकार के संरक्षण में अपराधी और बीजेपी नेताओं के रिश्तेदार खुलेआम नियमों को तोड़ रहे हैं.

वहीं बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज किया है. बीजेपी ने कहा कि चाहे कोई भी हो नियम सबके लिए बराबर हैं और इस मामले में पुलिस अपना काम कर रही है. हालांकि हाई कोर्ट के संज्ञान के बाद कार्रवाई पर बीजेपी नेता कुछ नहीं कहा.

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