Congress Investigate Pedia Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के नक्सल प्रभावित पीडिया गांव में बीते दिनों हुए पुलिस- नक्सली मुठभेड़ में मारे गए 12 कथित नक्सलियों को स्थानीय ग्रामीणों द्वारा निर्दोष ग्रामीण बताए जाने के बाद अब यह मामला तुल पकड़ता जा रहा है.


कांग्रेस ने भी इस मुठभेड़ की जांच के लिए 8 सदस्यीय टीम गठित कर दी है, यह टीम जल्द ही प्रभावित गांव का दौरा कर यहां के स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात करेगी,और मुठभेड़ में मारे गए कथित नक्सलियों के परिजनों का बयान दर्ज करेगी और उसके बाद प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अपना जांच रिपोर्ट सौपेगी, बताया जा रहा है कि जल्द ही कांग्रेस की यह 8 सदस्यीय टीम  पीडिया गांव के लिए रवाना होगी.


पूर्व विधायक संतराम नेताम के नेतृत्व में टीम होगी रवाना
दरअसल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने पीडिया मुठभेड़ पर फर्जी मुठभेड़ के आरोप लगने  के बाद घटना की वस्तु स्थिति जानने केशकाल के पूर्व  विधायक संतराम नेताम के नेतृत्व में 8  सदस्यीय टीम का गठन किया है, इस टीम में संयोजक संतराम नेताम के अलावा मोहला-मानपुर के विधायक इंद्र शाह मंडावी, बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी, बिंद्रानवागढ़ के विधायक जनकराम ध्रुव , भानुप्रतापपुर विधायक सावित्री मंडावी, दंतेवाड़ा की पूर्व विधायक देवती कर्मा और नारायणपुर के  जिला कांग्रेस अध्यक्ष रजनू नेताम और  बीजापुर जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुड़ीयम को इस जांच टीम का सदस्य बनाया है.


राज्य सरकार से न्यायिक जांच की मांग की थी
दीपक बैज ने  जांच समिति से कहा है कि वह बिना देरी करें प्रभावित पीडिया गांव का दौरा करें और यहां मुठभेड़ में मारे गए कथित नक्सलियों के परिजनों से मुलाकात कर उनका बयान दर्ज करें, साथ ही स्थानीय ग्रामीणों से भी मुलाकात कर इस मुठभेड़ की वस्तु स्थिति से अवगत होकर अपना प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को सौपे.


इधर कोंटा के विधायक और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने भी इस मुठभेड़ को फर्जी बताया था, और राज्य सरकार से इसकी न्यायिक जांच की मांग की थी, हालांकि इस मामले में अब तक सरकार की ओर से कोई बयान सामने नहीं आया है, वहीं पुलिस पीडिया मुठभेड़  में मारे गए सभी 12 लोगो  को हार्डकोर नक्सली बता रही है.


मारे गए 12 कथित नक्सलियों में ग्रामीणों ने 10  को बताया था निर्दोष
दरअसल इस मुठभेड़ के तुरंत बाद  पीडिया गांव के ग्रामीण बीजापुर मुख्यालय पहुंचे, और बीजापुर पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ करने का आरोप लगाया था, ग्रामीणों का कहना था कि पुलिस ने तेंदूपत्ता तोड़ने गए ग्रामीणों को मार दिया है, मारे गए 12 लोगों में 10 स्थानीय ग्रामीण है, जिन्हें पुलिस नक्सली बताकर एनकाउंटर कर दी है, ग्रामीणों द्वारा इस मुठभेड़ में सवाल खड़े किए जाने के बाद आदिवासी महासभा के बाद अब कांग्रेस ने भी इस मुठभेड़ की जांच के लिए टीम गठित कर दी है, जल्द ही कांग्रेस का यह दल पीडिया गांव का दौरा करेगा और उसके बाद इस मुठभेड़ की जांच कर अपना प्रतिवेदन पीसीसी को सौंपेगा.


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