Chhattisgarh News: बस्तर (Bastar) में 'जाको राके सईंया मार सके ना कोय' वाली कहावत एक नवजात बच्ची पर चरितार्थ हुई है. यहां एक कलयुगी मां ने अपनी नवजात बच्ची को चूहे के बिल के पास मिट्टी डालकर मरने के लिए छोड़ दिया था, लेकिन आसपास के गांव वालों ने बच्ची की रोने की आवाज सुनकर उसे मिट्टी से बाहर निकाला. फिर तुरंत 108 एंबुलेंस को इसकी जानकारी देकर मौके पर बुलाया. एंबुलेंस की ईएमटी भानुप्रिया और वाहन ड्राइवर भूपेंद्र तिवारी ने सही समय पर बच्ची को अस्पताल पहुंचाकर उसकी जान बचा ली.


बच्ची का इलाज डिमरापाल अस्पताल में किया जा रहा है, जहां उसकी स्थिति सामान्य बनी हुई है. ये मामला बस्तर जिले के तोकापाल ब्लॉक के बारुपाटा गांव का है. यहां एक मां ने अपनी नवजात बच्ची को जान से मारने की नियत से नीलगिरी पेड़ के पास चूहे के लिए खोदे गए एक गड्ढे में डाल दिया और ऊपर से उस पर मिट्टी पाट दी. महिला ने आधी रात को बच्ची को गड्ढे में पाटा और चले गई. बुधवार तड़के सुबह इस रास्ते से गुजर रहे हैं. गांव के सरपंच पति मनीष बेंजाम ने बच्ची की रोने की आवाज सुनी.


बच्ची की जान खतरे से बाहर


इसके बाद उन्होंने तुरंत बच्ची को गड्ढे से बाहर निकाला और आसपास के गांव वालों को जानकारी देकर तुरंत 108 एंबुलेंस को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंची 108 एंबुलेंस की ईएमटी भानुप्रिया ने बच्ची का प्राथमिक इलाज किया. ईएमटी भानुप्रिया ने बताया कि बच्ची के पूरे शरीर पर लाल धब्बे के निशान पड़ गए हैं. हालांकि, बच्ची की सांस चल रही थी और तुरंत बच्ची को ऑक्सीजन देकर अस्पताल पहुंचाया गया. फिर डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया. अब बच्ची की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है.


महिला के थे अवैध संबंध


वहीं बारूपाटा पंचायत के सरपंच पति मनीष बेंजाम से मिली जानकारी के मुताबिक, बच्ची मिलने के बाद सुबह जांच पड़ताल में पता चला कि गांव की एक महिला ने एक युवक के साथ अवैध संबंध बनाया था. फिर जब वह गर्भवती हुई तो उस युवक ने बच्ची को अपनाने से मना कर दिया. महिला अपनी बच्ची को युवक के पास लेकर पहुंची थी. उसने युवक से काफी मान मनोव्वल भी किया, लेकिन युवक नहीं माना. इसके चलते इस कलयुगी मां ने अपने बच्ची की जान लेने के लिए यह कदम उठाया.


मनीष बेंजाम से मिली जानकारी के मुताबिक, महिला ने इसी नियत से अपने गांव के पास ही नीलगिरी पेड़ के जंगल में चूहे के लिए खोदे गए बिल के गड्ढे में बच्ची को डालकर मिट्टी से पाट दिया. उन्होंने कहा कि इस अमानवीयकृत के लिए गांव में बैठक बुलाई गई है. बैठक के बाद इस मामले को लेकर निर्णय लिया जाएगा.


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