हाजीपुरः आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) सात साल पुराने एक मामले में सुनवाई के लिए हाजीपुर कोर्ट (Hajipur Court) पहुंचे. सात साल पुराना मामला है और यह उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से जुड़ा हुआ है. लालू यादव की पेशी को लेकर हाजीपुर कोर्ट में पुलिस बल की तैनाती की गई थी. सशरीर पहुंचने के बाद लालू यादव ने कोर्ट में अपना बयान दर्ज करवाया. उन्होंने कहा कि वो निर्दोष हैं. कोर्ट से निकलने के बाद वे सीधे पटना चले गए.


बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में लालू प्रसाद यादव अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव के लिए वोट मांग रहे थे. इस दौरान उन्होंने एक विवादित बयान दिया था. इसी मामले को लेकर लालू यादव पर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ था. धारा-188 के तहत दो समुदायों के बीच भेदभाव और घृणा पैदा करने को लेकर यह केस दर्ज किया गया था. कोर्ट में पहुंचने के बाद लालू यादव और राबड़ी देवी के समर्थक नारा लगाने लगे. कोर्ट परिसर में सैकड़ों की संख्या में समर्थकों की भीड़ जुटी थी.


गंगा ब्रिज थाने में दर्ज हुई थी प्राथमिकी


गंगा ब्रिज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. एफआईआर राघोपुर के सीओ निरंजन कुमार ने दर्ज कराई थी. इस मामले में हाजीपुर कोर्ट ने 11 फरवरी 2019 को संज्ञान लिया था और लालू यादव को हाजिर होने के लिए नोटिस जारी किया था. लालू यादव इस दौरान चारा घोटाले मामले में जेल में बंद थे.


18 अप्रैल 2022 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हाजीपुर कोर्ट में पेशी हुई. जमानत के लिए अर्जी की गई जिसके बाद हाजीपुर कोर्ट से लालू यादव को जमानत मिल गया. विवादित बयान के मामले में सात साल बाद 10,000 के मुचलके पर कोर्ट ने 22 अप्रैल 2022 को जमानत दे दिया.


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