हाजीपुरः जन्म लिया तो नवजात लड़का था और जब उसकी मौत हो गई तो हाजीपुर सदर अस्पताल ने लड़के की जगह नवजात लड़की का शव दे दिया. यह आरोप नवजात बच्चे के परिजनों ने लगाया है. घटना 18 अप्रैल की है लेकिन अब जाकर पूरा मामला सामने आया है. अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट एसके वर्मा ने अब जांच की बात कही है.


परिजन का कहना है कि प्रसव पीड़ा होने के बाद महिला को अस्पताल लाया जा रहा था. रास्ते में ही महिला ने एक बच्चे को जन्म दे दिया. अस्पताल पहुंचकर बच्चे को भर्ती कराया गया. चार दिन के बाद 18 अप्रैल को कहा गया कि नवजात की मौत हो गई है. इसके बाद एक नवजात बच्ची का शव दे दिया गया. यह देख परिजन अस्पताल में हंगामा करने लगे. पीड़ित परिवार राजापाकर थाना क्षेत्र के बाकरपुर गांव की रहने वाला है.






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अस्पताल के रजिस्टर में अंकित किया गया है लड़का


इधर, इस पूरे मामले को देखा जाए तो अस्पताल की भी गलती दिख रही है. अस्पताल में दो ऐसे रजिस्टर हैं जिसमें भर्ती के समय नवजात बच्चे को लड़का बताया गया है कॉलम में मेल लिखा गया है. एक नहीं बल्कि दो-दो रजिस्टर में मेल लिखा गया है. इसी बात को लेकर परिजन भी आरोप लगा रहे हैं कि अस्पताल ने लापरवाही की है. इस मामले में परिजनों ने सिविल सर्जन से शिकायत की है.


पूरे मामले की जांच करेगी कमेटी


डिप्टी सुपरिटेंडेंट एसके वर्मा ने कहा कि नाजुक स्थिति में बच्चे को अस्पताल लाया गया था. उसे इलाज के लिए तुरंत वार्ड में शिफ्ट कर लिया गया था. रजिस्टर मेंटेन करने में गड़बड़ी हुई होगी. एक जांच कमेटी बनाकर इस मामले की जांच कराई जाएगी. जो भी कर्मचारी दोषी पाए जाएंगे उस पर कार्रवाई होगी


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