Bihar News: बिहार के मुजफ्फरपुर में प्रतिबंधित हथियार एके-47 एसाल्ट राइफल के साथ मंगलवार को तीन अपराधी गिरफ्तार हुए हैं. लोकसभा चुनाव के दौरान बिहार एसटीएफ की यूनिट टीम और मुजफ्फरपुर की पुलिस की संयुक्त कार्रवाई से बड़ी सफलता मिली है. वहीं, पुलिस की इस कार्रवाई में कई कारतूस और मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं.


सूचना के बाद हरकत में आई पुलिस


मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक को गुप्त सूचना मिली थी. इसके बाद मुजफ्फरपुर के वरीय पुलिस अधीक्षक के निर्देशन पर बिहार एसटीएफ की स्पेशल टीम और जिला पुलिस की संयुक्त टीम त्वरित कार्रवाई करते हुए मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के बाहर से प्रतिबंधित हथियार एके-47 एसाल्ट राइफल का बट और लेंस के साथ दो युवक को पकड़ा. इस मामले में मुजफ्फरपुर के पोखरैरा थाना जैतपुर निवासी विकाश कुमार, वैशाली के अंजानपीर वार्ड नं0-04 के निवासी सत्यम कुमार को गिरफ्तार किया गया. उनके निशानदेही पर पुलिस ने फकुली से देव मुनी नाम के युवक को पकड़ा है.


पहले मिले थे एके-47 के सिर्फ बट और लेंस 


एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि गिरफ्तार दोनों बदमाशों से एके-47 एसाल्ट राइफल के बट एवं लेंस के संबंध में कड़ाई से पूछताछ की गई. दोनों बदमाश के निशानदेही व स्वीकारोक्ति बयान के आधार पर मुजफ्फरपुर के फकुली थाना क्षेत्र में छापामारी की गई. छापेमारी के क्रम में मलकौनी रोड के मुड़घटियों के पास पुल के निकट से बिना बट के एक एके-47 एसाल्ट राइफल के साथ में तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया. जिसकी पहचान देवमनी राय उर्फ अनीस पे० नंद किशार राय उर्फ भोला राय सा० मनकौली थाना फकुली जिला मुजफ्फरपुर के रूप में हुई है.


बदमाशों के लिंक को लेकर जांच में जुटी पुलिस


एसएसपी ने आगे बताया कि बरामद बट और बिना बट के एके-47 एसाल्ट राइफल को एक साथ जोड़ा गया तो पूरी तरह से फिट हो गया और इन पकड़े गए तीनों बदमाशों ने उक्त प्रकरण में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. इस गिरोह के सदस्य अवैध हथियारों का खरीद-फरोख्त का काम करते हैं. पुलिस इन अपराधियों के फॉरवर्ड बैकवर्ड लिंक पर भी अनुसंधान कर रही है.


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