पटना: लैंड फॉर जॉब (Land For Job Scam) मामले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) को अभी राहत मिलते नहीं दिख रहा है. एक बार फिर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पूछताछ के लिए ईडी (ED) ने मंगलवार को दिल्ली मुख्यालय बुलाया है. इसके लिए तेजस्वी यादव आज पटना से दिल्ली (Delhi) के रवाना हो गए. एयरपोर्ट पर तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत के बीजेपी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नालंदा और सासाराम मामले में जो भी सबूत मिले हैं, उस पर कार्रवाई की जा रही है. बिहार को बदनाम करने की कोशिश की गई थी. बीजेपी के लोग आरोप लगा रहे हैं कि जांच के बाद करवाई भी होगी. बीजेपी के नेता बेकार के आरोप लगा रहे हैं.


बीजेपी वाले केवल बयानबाजी करना जानते हैं- तेजस्वी यादव


पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इफ्तार पार्टी पर सवाल खड़ा किया. इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि जिस तरह का तामिलनाडू और नालंदा-सासाराम में डिजाइन तैयार किया था, उसका पर्दाफाश किया गया है. बीजेपी वाले केवल बयानबाजी करना जानते हैं. बीजेपी वाले जान बूझकर बिहार में माहौल खराब करने में जुटे हुए हैं.


25 मार्च को सीबीआई के समक्ष पेश हुए थे


उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नौकरी के बदले जमीन संबंधी कथित घोटाले में पूछताछ के लिए 25 मार्च को को सीबीआई के समक्ष पेश हुए थे. इससे पहले वह तीन तारीखों पर पेश नहीं हुए थे. सीबीआई ने दिल्ली उच्च न्यायालय को आश्वासन दिया था कि वह यादव को गिरफ्तार नहीं करेगी. इसके बाद तेजस्वी यादव ने नौकरी के बदले जमीन मामले में पूछताछ के लिए 25 मार्च को सीबीआई एजेंसी के समक्ष पेश हुए थे.


मामला क्या है? 


सीबीआई ने आरोप लगाया है कि आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान पसंदीदा उम्मीदवारों को बिना किसी विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना के नियमों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में नियुक्त किया गया था. एजेंसी के अनुसार इसके बदले अभ्यर्थियों ने सीधे या अपने परिवार के सदस्यों के जरिए लालू  प्रसाद के परिवार के सदस्यों को जमीन काफी सस्ती दरों पर बेची थीं.


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