एसआईआर का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है और इधर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं. जल्दबाजी में कराए गए एसआईआर में गड़बड़ी का नमूना भी पेश कर रहे हैं. डिप्टी सीएम विजय सिन्हा के दो वोटर आईडी दिखाने के बाद अब उन्होंने मुजफ्फरपुर की मेयर निर्मला देवी के भी दो एपिक नंबर होने का खुलासा किया है. 

मेयर और देवर के दो-दो एपिक आईडी

उन्होंने मीडिया के सामने मेयर निर्मला देवी के दो एपिक नंबर REM1251917 और GSB183516 दिखाए. निर्मला देवी ही नहीं उनके दो देवर हैं. दोनों देवर के दो-दो एपिक आईडी हैं. साथ ही कहा कि पुरजोर तरीके से चुनाव आयोग बीजेपी का मदद कर रहा है. तेजस्वी यादव ने आज चुनाव आयोग और मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट में पूरा मामला चल रहा है और कल एक अहम जो सुनवाई है वह पूरी हुई है, जिन लोगों का नाम मृत सूची में डाला गया उन्हें कल अदालत में पेश किया गया है. 

यह एक गंभीर मामला है और चुनाव आयोग बीजेपी के इशारे पर वोट की डकैती कर रहा है. आज यह उन लोगों के लिए आईना का काम कर रहा है जो लोग कहते थे कि मोदी का यह करिश्मा है, जिससे वह विभिन्न राज्यों में चुनाव जीत रहे हैं. जब चुनाव आयोग की पोल खुल रही है तो बीजेपी की बोलती बंद है. चुनाव जीतने के लिए भारतीय जनता पार्टी का पहला फार्मूला होता था सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स ये एजेंसी पहले नेताओं के पीछे लगते थे, लेकिन अब जब यह एजेंसी नाकाम हो गई तो चुनाव आयोग को चुनाव जीताने के लिए लगाया जा रहा है. 

तेजस्वी यादव ने 2020 विधानसभा चुनाव में भी वोट चोरी होने की बात कही है. तेजस्वी यादव ने कहा है कि हमारे हार का अंतर 12000 वोट रहा. कई सीटों पर हमें 10-12 वोट से हरा दिया गया. चुनाव आयोग किस तरीके से धांधली कर रहा है, इसका जीता जागता उदाहरण चंडीगढ़ है. आपने देखा होगा कि मेयर के चुनाव में किस तरीके से आयोग धांधली कर रहा था, लेकिन वहां सीसीटीवी लगा हुआ था जिससे धांधली पकड़ी गई. चुनाव आयोग पर बड़ा आरोप लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के वोटर की मदद चुनाव आयोग कर रहा है और विपक्ष के वोटर को कमजोर करने में लगा हुआ है. 

तेजस्वी यादव ने अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में डिजिटल माध्यम से यह दिखाया कि किस तरीके से मुजफ्फरपुर मेयर निर्मला देवी के दो-दो एपिक नंबर हैं. उन्होंने बताया कि यह दो ईपिक नंबर एक ही विधानसभा क्षेत्र में है. आरोप लगाया है कि निर्मला देवी भारतीय जनता पार्टी की बड़ी नेता हैं और इस बार वह चुनावी मैदान में भी होगीं, ऐसे में उन पर कार्रवाई क्यों नहीं?

तेजस्वी यादव ने कहा कि कई वोटर को आयोग अनट्रेसेबल या मृतक बता दे रहा है और उनके नाम काट दे रहे हैं, लेकिन भाजपा के जो नेता हैं जो संभवत: चुनाव लड़ेंगे उनका दो-दो वोटर आईडी है, फिर भी कार्रवाई नहीं हो रही है. तेजस्वी यादव ने कहा कि जो गरीब मतदाता हैं, जो विपक्ष के वोटर हैं. उन्हें मृत बताकर उनका नाम काटा जा रहा है, लेकिन भाजपा के कई ऐसे नेता हैं, जिनका दो-दो वोटर आईडी हैं फिर भी उनका नाम नहीं कट रहा. 

तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए राष्ट्रीय जनता दल को जो भी लड़ाई जहां तक लड़नी पड़ेगी वह लड़ेंगे. बीजेपी की बेईमानी राजद और विपक्ष के लोग नहीं सहने वाले हैं. तेजस्वी ने भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रभारी भीखू भाई दलसानिया के वोटर आईडी पर भी सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि भीखू भाई गुजरात के हैं, लेकिन उन्होंने अपना वोटर आईडी बिहार का बनवा लिया है. हालांकि गुजरात के वोटर आईडी को उन्होंने निरस्त करवा दिया, लेकिन भिखूभाई क्या अब घूम-घूम कर चुनाव में वोट डालेंगे.  

चुनाव का बहिष्कार पर तेजस्वी ने क्या कहा?

तेजस्वी यादव से जब पूछा गया कि क्या आप लोग चुनाव का बहिष्कार करेंगे? इस पर उन्होंने कहा कि "17 तारीख से हम लोग की यात्रा शुरू हो रही है. इस यात्रा में राहुल गांधी भी होंगे. हम जनता का मूड देखेंगे माहौल क्या है? वह देखेंगे इसके बाद तय करेंगे कि चुनाव लड़ना है या नहीं!" तेजस्वी यादव ने इलेक्शन कमिश्नर पर भी सवाल खड़े किए हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमने कई बार कोशिश की की इलेक्शन कमिश्नर से मुलाकात हो, लेकिन वह मुलाकात नहीं कर रहे, उन्होंने चुप्पी साध ली है.

उन्होंने कहा कि बीते दिन 300 से ज्यादा सांसद इलेक्शन कमिश्नर से मिलना चाहते थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया. क्या इलेक्शन कमिश्नर को अमित शाह और नरेंद्र मोदी ने मना कर दिया है कि सामने आकर जवाब नहीं देना है. क्या इलेक्शन कमिश्नर डरते हैं कि अगर विपक्ष के सामने से सवाल आए तो उसका वह जवाब नहीं दे पाएंगे और कुछ ऐसा कह देंगे जिससे सब पोल खुल जाएगी.  

ये भी पढ़ें: Patna Metro: 15 अगस्त नहीं अब 15-20 दिन बाद शुरू होगी पटना मेट्रो- जानें क्या है देरी का सबब?