पटना: सूबे के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार के नए फैसले को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. अंतरराष्ट्रीय पत्रिकाओं और अखबारों में नीतीश सरकार के फैसले को लेकर की गई टिपण्णी को लेकर तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर निशाना साधा है और उन्हें शांत मन से सोच समझ कर कोई भी फैसला लेने की नसीहत दी है.

सीएम नीतीश पर लगाया ये आरोप

तेजस्वी ने शुक्रवार को अपने एक आधिकारिक ट्वीट में कहा, " मुख्यमंत्री नीतीश जी को कोटि-कोटि बधाई. गुरु गोविंद सिंह, भगवान महावीर, माता सीता की जन्मभूमि और बुद्ध और गाँधी की कर्मभूमि और विश्‍व को सर्वप्रथम गणतंत्र का ज्ञान देने वाली बिहार की महान धरा विश्वभर में आपके तानाशाही रवैये के कारण नकारात्मक चर्चा में है. शांत मन से सोच कुछ करिए."

फैसला वापस लेने की मांग की 

वहीं, उन्होंने अपने एक दूसरे ट्वीट में कहा, " आदरणीय नीतीश कुमार जी, विश्व के जाने-माने अख़बार-पत्रिकाएं आपके अलोकतांत्रिक और तानाशाही फ़ैसलों की भर्त्सना कर रहे है. शांत चित्त से सोच समझ ही लोकतांत्रिक निर्णय लेना चाहिए. कृपया अपने फैसलों को वापस लीजिए."

दरअसल, देश में चल रहे किसान आंदोलन और बिहार में नीतीश सरकार द्वारा जारी किए गए नए आदेश की विदेशी अखबार में चर्चा की गई है. इस बात को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है और बिहार की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपमान कराने का आरोप लगाया है.

क्या है बिहार सरकार का नया फैसला?

गौरतलब है कि सोशल मीडिया पर मंत्रियों और नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिपण्णी करने वालों पर नकेल कसने के बाद अब बिहार सरकार बेवजह बवाल काटने वालों पर भी लगाम लगाने की तैयारी में है. बिहार के डीजीप एसके सिंघल ने सूबे की विधि व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए बीते दिनों एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने इस बात कि चर्चा की थी, कि ऐसे लोग जो बेवजह सरकार या सरकारी तंत्र के खिलाफ किसी प्रकार का हिंसक प्रदर्शन करते पाए गए या उसमें हिस्सा लिया तो उन्हें सरकारी नौकरी और ठेके से वंचित कर दिया जाएगा.

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