समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन ने जांच की संख्या बढ़ाने को लेकर कमर कस ली है. जिला स्वास्थ्य समिति की ओर से भी कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सकरात्मक पहल की जा रही है. कोरोना जांच को सहज और सुलभ बनाने के उद्देश्य से रविवार को डीएम शशांक शुभंकर ने सदर अस्पताल परिसर से चलंत जांच वाहन को हरी झंडी दिखाकर क्षेत्र के लिए रवाना किया. 


लैब टेक्नीशियन की लगाई गई है ड्यूटी


वाहन में बैठी स्वास्थ्य विभाग की टीम जिले के विभिन्न क्षेत्रों में रैपिड एंटीजन टेस्टिंग के माध्यम से कोरोना टेस्ट करने का काम करेगी. बता दें कि चलंत वाहन पर पर्याप्त मात्रा में एंटीजन किट के साथ लैब टेक्नीशियन की ड्यूटी लगाई गई है. चलंत टेस्टिंग वाहन के माध्यम से शहरों, बाजारों और गांव में स्थान चिन्हित कर जांच की जाएगी.


वेंटिलेटर सहित कई अत्याधुनिक उपकरण से होगा लैस


वाहन रवाना करने के साथ ही डीएम ने सदर अस्पताल प्रांगण में बन रहे पीकू वार्ड के कार्य का निरीक्षण किया. पीकू वार्ड निर्माण को लेकर डीएम काफी सजग और प्रयासरत दिखे. उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की पहल पर सदर अस्पताल में सांसद निधि के तहत इस पीकू वार्ड का निर्माण कराया जा रहा है. इस पीकू वार्ड में 1 महीने से 15 वर्ष तक के बच्चों का इलाज होगा. वार्ड वेंटिलेटर सहित कई अत्याधुनिक उपकरण से लैस होगा.


डीएम ने बताया कि जांच में तेजी लाने के उद्देश्य से चलंत वाहन की सुविधा शुरू की गई है. जितनी अधिक जांच होगी, कोरोना के खिलाफ लड़ाई उतनी ही मजबूत होगी. उन्होंने जिलावासियों से अपील करते हुए कहा कि अगर कोरोना के माइनर लक्षण भी दिखे तो कोविड-19 जांच जरूर कराएं. जितना जल्दी जांच होगा उतना ही जल्दी उपचार शुरू होगा. इससे स्थिति गंभीर होने से बच सकती है. साथ ही कोरोना का प्रतिशत भी कम होगा  बीमारी को छुपाने से स्थिति गंभीर हो सकती है, इसलिए बीमारी छुपाएं नहीं.


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