पटना: बिहार की राजधानी पटना में नियोजन की मांग को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज से नाराज विपक्ष लगातार सूबे के मुखिया नीतीश कुमार को घेर रहा है. इसी क्रम में बुधवार को आरजेडी ने शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ हुई बर्बरता को लेकर सीएम नीतीश पर निशाना साधा है. आरजेडी ने सीएम नीतीश को अहंकारी बताया और कहा कि मुख्यमंत्री वाजिब मांग कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज करवा रहे हैं.


आरेजडी ने ट्वीट कर कही ये बात


आरजेडी ने बुधवार को अपने एक आधिकारिक ट्वीट में कहा कि आज अगर गांधी जी जीवित होते तो अहंकारी नीतीश कुमार के महाजंगलराज की पुलिस से लाठी खा चुके होते. शिक्षक अभ्यर्थी नियोजन प्रक्रिया पूरा किए जाने की वाजिब मांग कर रहे हैं और नीतीश कुमार जी रोज लगातार लाठी भंजवा रहे हैं. पर अब तेजस्वी यादव जी उन्हें जन की ताकत का आभास कराएंगे.





नियोजन की मांग को लेकर दे रहे थे धरना


दरअसल, नियोजन की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी सोमवार से धरने पर बैठे थे. इसी क्रम में मंगलवार को पुलिस धरनास्थल पहुंची और जबरन धरना खत्म कराना चाहा. जब शिक्षक अभ्यर्थी नहीं मानें तो पुलिस ने अंधाधुंध लाठीचार्ज कर सभी शिक्षकों को वहां से खदेड़ दिया. इस घटना में कई शिक्षक अभ्यर्थी घायल हो गए थे.


धरना देने पहुंचे अभ्यर्थियों को पुलिस ने खदेड़ा


इस घटना के बाद अभ्यर्थी तेजस्वी के पास पहुंचे थे और मदद की गुहार लगाई थी. ऐसे में तेजस्वी ने मंगलवार को इस मामले में ट्वीट कर सरकार पर जमकर निशाना साधा था. इसी क्रम में बुधवार को जब दोबारा शिक्षक अभ्यर्थी धरना देने गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पहुंचे तो फिर उन्हें पुलिस ने खदेड़ दिया. ऐसे में सभी अभ्यर्थी इको पार्क में इकट्ठा हुए और तेजस्वी को सूचना दी.


डीएम ने दी धरना देने की अनुमति


सूचना पाकर तेजस्वी भी इको पार्क पहुंचे और शिक्षक अभ्यर्थियों का समर्थन करते हुए पटना डीएम, एसएसपी और मुख्य सचिव से उनके सामने बात की और आंदोलनकारियों की समस्या से अवगत कराते हुए उन्हें धरने पर बैठने की अनुमति देने की अपील की. इधर, तेजस्वी की अपील को मानते हुए डीएम ने शिक्षक अभ्यर्थियों को धरने पर बैठने की इजाजत दे दी है. हालांकि, शिक्षक अभ्यर्थियों के साथ हुए इस व्यवहार की आरजेडी ने आलोचना की है.


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