पटनाः लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और विधायक तेजप्रताप यादव के आक्रामक रवैये के बाद आरजेडी में बड़ी टूट हो सकती है. वे कभी अपनी ही पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह को हिटलर बता रहे हैं तो कभी फेसबुक लाइव आकर बिहार की मीडिया को खुली चुनौती दे रहे हैं. तेजप्रताप की ओर से आए बयानों के बाद अब आरजेडी सफाई देते फिर रहा है.


आरजेडी के प्रधान महासचिव आलोक मेहता ने कहा कि महागठबंधन एकजुट है और जहां एकजुटता होती है वहीं तोड़ने के तमाम प्रयास किए जाते हैं. छेनी टूट जाएगा पर यह चट्टान नहीं टूटेगी. लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है.


आरजेडी करता रहा है पत्रकारों के हित की बात


तेजप्रताप की ओर से दिए गए बयानों को लेकर आलोक मेहता ने कहा कि कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिसका हम उत्तर नहीं दे सकते. जो मामला पार्टी के अंदर का था वो अंदर है. यदि किसी को तकलीफ हुई है तो उसके लिए खेद प्रकट करता हूं. आरजेडी हमेशा से पत्रकारों के हित की बात करता रहा है और उनके स्वतंत्र पत्रकारिता की वकालत करता रहा है, लेकिन विगत वर्षों में जो गोदी मीडिया की बात कही जा रही है उसमें पत्रकारों की कोई गलती नहीं है. मीडिया हाउस किसी के अंदर काम कर रहा है यह उसी का परिणाम है.


जगदानंद सिंह को तेजप्रताप द्वारा हिटलर कहे जाने पर आलोक मेहता ने कहा कि ये हमारे पार्टी के अंदर का मामला है. हम उसे देखेंगे इसपर बाहर कुछ बोलने की जरूरत नहीं है और ये मानवीय स्वभाव है. आरजेडी तो डेमोक्रेटिक भी रहा है तो ये उसका एक हिस्सा हो सकता है.


तेजप्रताप क्या लाना चाहते हैं यह मीडिया समझ लेः नितिन नवीन


वहीं, दूसरी ओर तेजप्रताप की ओर से बिहार की मीडिया को लेकर दिए गए बयान के बाद नीतीश सरकार में बीजेपी के मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि ये मीडिया को समझना होगा कि तेजप्रताप किस चीज को लाना चाहते हैं. यहां नितिन नवीन का इशारा बिहार में 15 साल पहले वाली स्थित को लेकर था.


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