पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाढ़ को लेकर अलर्ट हैं. वे खुद बाढ़ से उतपन्न स्थिति का जायजा ले रहे हैं और फिर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दे रहे हैं. इसी क्रम में बुधवार को उन्होंने सड़क मार्ग से पटना के आसपास के गंगा नदी के कई इलाकों और विभिन्न घाटों का जायजा लिया. सड़क मार्ग से निरीक्षण करने के बाद उन्होंने गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर का और अन्य बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया. 


12 जिलों के डीएम रहे मौजूद


हवाई सर्वेक्षण से लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग और जल संसाधन विभाग के साथ गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर के मद्देनजर बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. बक्सर, भोजपुर, सारण, वैशाली, पटना समेत 12 जिलों के जिलाधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में जुड़े हुए थे.


प्रभावित लोगों से सम्पर्क बनाए रखें


समीक्षा बैठक के दौरान जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने नदियों के जलस्तर की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी. साथ ही स्थिति से निपटने के लिए किए जा रहे काम और बाढ़ राहत कार्य के बारे में भी बताया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है और जैसी कि सूचना है, जलस्तर के अभी और बढ़ने की संभावना है. इसे देखते हुए सभी जिलाधिकारी पूरी तरह अलर्ट मोड में रहें. प्रभावित लोगों से सम्पर्क बनाए रखें और पूरी संवेदनशीलता के साथ सभी की सहायता करें.


मुख्यमंत्री ने कहा, " जल संसाधन विभाग के अधिकारी लगातार तटबंधों और नदियों के जलस्तर की निगरानी करते रहें और इसमें स्थानीय लोगों की भी सहायता लें." मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि पशु राहत शिविर में पशुओं के चारे की पूरी व्यवस्था रखें. विस्थापित लोगों को राहत शिविरों में एसओपी के अनुसार सारी सुविधाएं उपलब्ध कराएं. बाढ़ राहत शिविर में जन्म लेने वाली बच्ची को 15 हजार रुपये और बच्चे को 10 हजार रुपये की राशि देने का पहले से जो प्रावधान किया गया है, इससे लाभार्थियों को लाभांवित करें. 


नीतीश कुमार ने कहा, " बाढ़ के दौरान जो सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं, जल निकासी के बाद तुरंत उसकी मरम्मति करा. पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग अपने अभियंताओं से बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के पथों की स्थिति का रोजाना अपडेट लें. कृषि विभाग और पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिलाधिकारियों से लगातार सम्पर्क में रहें.


कम्युनिटी किचेन की तैयारी रखें


जल संसाधन विभाग और सभी जिलाधिकारी गंगा नदी के साथ-साथ सभी नदियों के जलस्तर का अपडेट लेते रहें और तटबंधों की लगातार निगरानी करते रहें. अगर कहीं पर किसी प्रकार की क्षति हो तो वहां राहत और बचाव कार्य के लिए तत्काल कदम उठाएं. दियारा और टाल क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखें. कम्युनिटी किचेन की भी पूरी तैयारी रखें. प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को तुरंत सहायता पहुंचाई जाए.


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