रांचीः सोमवार को निलंबित आईएएस पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) और उनके सीए सुमन (CA Suman) की रिमांड की अवधि 4-4 दिन के लिए बढ़ा दी गई है. दोनों से आने वाले चार दिनों तक ईडी के जोनल ऑफिस में पूछताछ होती रहेगी. पूजा सिंघल के वकील विनय प्रकाश ने कहा कि रिमांड की अब जरूरत नहीं है, लेकिन ईडी के वकील की मांग पर कोर्ट की ओर से चार दिन के लिए रिमांड की अवधि बढ़ा दी गई.


ईडी के वकील बीएमपी सिंह ने कहा कि पूजा सिंघल के लिए 9 दिन और सीए सुमन के लिए पांच दिन की रिमांड मांगी गई थी. 4-4 दिन की मिली है. ईडी की जांच और दोनों से पूछताछ जारी रहेगी. बता दें पूजा सिंघल व सीए सुमन की रिमांड की अवधि आज सोमवार को खत्म हो गई थी. दोनों को स्पेशल जज, प्रभात कुमार, सीबीआई CUM PMLA, रांची के आवासीय कार्यालय में पेश किया गया था.


पूरा मामला और अब तक की जांच


मनरेगा घोटाले में पूजा सिंघल की गिरफ्तारी हुई है. यह वर्ष 2008 और कुल 18 करोड़ रुपये का मामला है. तब पूजा सिंघल खूंटी में उपायुक्त थीं. ईडी ने छह मई को पूजा सिंघल से जुड़े 18 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसमें से एक ठिकाना उनके सीए सुमन का था जहां से 19 करोड़ कैश मिले थे. पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के पल्स अस्पताल में भी ईडी ने छापेमारी की थी.


पल्स अस्पताल में छापेमारी के दौरान ईडी को 18 से ज्यादा शेल कंपनियों की जानकारी मिली थी जिसके जरिए काले धन को सफेद किया जाता है. बेनामी संपत्ति के कागजात मिले थे. 150 करोड़ के निवेश की भी जानकारी मिली थी. ये अस्पताल भुईंहरि जमीन पर है जिसकी खरीद एवं बिक्री संभव नहीं है. जालसाजी कर जमीन खरीदी गई. इस अस्पताल के निर्माण में संदिग्ध निवेश की भी बात सामने आई है. सीए सुमन ने स्वीकार किया कि पूजा सिंघल के कहने पर उसने तीन करोड़ कैश पल्स अस्पताल की जमीन के लिए एक नामी बिल्डर को दिए थे.


पूजा सिंघल पर जितने आरोप हैं उतने आरोप अभिषेक झा पर भी हैं. पूजा सिंघल ने जिन घोटालों को अंजाम दिया है उसमें अभिषेक झा भी बराबर के भागीदार हैं. गलत तरीके से संपत्ति अपनी खड़ी की है. हर दिन पूछताछ होने के बावजूद ईडी ने अब तक गिरफ्तार नहीं किया है. चर्चा है कि ईडी उनको सरकारी गवाह बना सकती है लेकिन इसकी अभी तक कोई अधिकारी पुष्टि नहीं हुई है. वकील बीएमपी सिंह से जब पूछा गया कि क्या अभिषेक झा सरकारी गवाह बनेंगे तो इसपर उन्होंने कहा कि इसकी मुझे जानकारी नहीं. इसपर टिप्पणी नहीं करूंगा.


खनन विभाग तक बढ़ी जांच


मनरेगा घोटाला में पूजा सिंघल की गिरफ्तारी हुई थी लेकिन ईडी की जांच अब खनन विभाग की तरफ भी बढ़ गई है. सीए सुमन ने स्वीकार किया है की उसके घर से मिले 19 करोड़ कैश में से अधिकांश पूजा सिंघल के हैं. जिला खनन अधिकारियों (DMO) ने पूजा सिंघल को यह रुपये भेजे थे. उसे उसने अलग अलग जगहों से लिया था. यह पैसे पूजा सिंघल के जरिये बड़े लोगों तक भी पहुंचने थे.


दुमका, पलामू, साहिबगंज, पाकुड़ के जिला खनन अधिकारियों को ईडी ने समन जारी किया था. दुमका के जिला खनन पदाधिकारी आज सबसे पहले ईडी के जोनल ऑफिस पहुंचे. उसके बाद पाकुड़ के जिला खनन पदाधिकारी आए. साहिबगंज, पलामू के पदाधिकारी नहीं पहुंचे थे.


यह भी पढ़ें- 


BPSC कांड पर पप्पू यादव का बड़ा बयान, 'IAS रंजीत कुमार सिंह का मोबाइल लोकेशन निकालें, मिलीभगत से हुआ लीक'


Bihar News: जानिए कौन हैं अनिल हेगड़े? बिहार से राज्यसभा उपचुनाव के जेडीयू ने बनाया है उम्मीदवार