पटना के गर्दनी बाग में पांचवीं कक्षा की छात्रा की संदिग्ध मौत 27 अगस्त को स्कूल के बाथरूम में आग से झुलस गई थी. स्कूल प्रशासन ने पीएमसीएच में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. घटना के बाद से इलाके में तनाव और आक्रोश का माहौल है.
छात्रा की मौत आत्महत्या है या हत्या, इसे लेकर अभी भी स्थिति स्पष्ट नहीं है. पुलिस दोनों पहलुओं - आत्महत्या और हत्या पर जांच कर रही है. मृतक के परिजनों का आरोप है कि स्कूल के शिक्षकों ने बच्ची को जलाकर मार डाला. इस संबंध में परिजनों ने गर्दनीबाग थाना में हत्या का मामला दर्ज कराया है.
घटना के बाद हिंसा और हंगामा
घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने 27 अगस्त को स्कूल में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की और पुलिस से हाथापाई की. इस मामले में पहली एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें 17 लोगों को नामजद और 50 अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. अगले दिन 28 अगस्त को लोगों ने सड़क जाम किया और पुलिस पर पथराव किया. इस मामले में दूसरी एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें 21 नामजद और 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ. पुलिस ने अब तक 27 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है.
हर एंगल से जांच में जुटी पुलिस
पुलिस का कहना है कि वह घटना की हर एंगल से जांच कर रही है. यह पता लगाया जा रहा है कि छात्रा ने खुद आग लगाई थी या उसे किसी ने जलाया. घटना की वास्तविक वजह जानने के लिए फोरेंसिक टीम भी शामिल की गई है.
घटना के बाद से लोगों में आक्रोश
मृतक छात्रा के परिवार और स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है. वे लगातार शिक्षकों और स्कूल प्रशासन पर आरोप लगा रहे हैं. वहीं प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.