2025 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन और एनडीए गठबंधन दोनों में सीटों के बंटवारे को लेकर चर्चा एवं बयानबाजी शुरू हो गई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एनडीए में जो फॉर्मूलों सीटों को लेकर सेट हुआ उसके अनुसार, जेडीयू 102, बीजेपी 101, चिराग पासवान की पार्टी 20, उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी की पार्टी 10-10 सीट पर चुनाव लड़ सकती है. एक-दो सीटें घट-बढ़ सकती हैं. अब सीटों को लेकर चिराग पासवान की पार्टी के सांसद अरुण भारती ने बड़ा दावा ठोक दिया है. 

जमुई सांसद अरुण भारती ने शुक्रवार (29 अगस्त, 2025) को मीडिया से कहा कि एनडीए में सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत हो रही है. जब सभी घटक दलों की सहमति बन जाएगी और उस पर फैसला हो जाएगा तो उसके बाद मीडिया में इसकी सूचना दे दी जाएगी. 

अरुण भारती ने कहा, "जहां तक मेरा मानना है और यह मेरी व्यक्तिगत राय है कि जब से हमारी पार्टी 2000 में बनी थी उस वक्त से लेकर अब तक 25 वर्षों में मेरा गठबंधन जनता दल यूनाइटेड से नहीं रहा है. हम 2015 में एनडीए में घटक दल के रूप में चुनाव लड़े थे और लगभग 43 सीटों पर हमारी पार्टी चुनाव लड़ी थी. 2020 में हम अकेले बिहार विधानसभा की 135 सीटों पर चुनाव लड़े थे." 

उन्होंने कहा, "यह मेरी व्यक्तिगत राय है कि हमारी पार्टी के लिए जो सम्मानजनक सीटों का बंटवारा होगा तो इन्हीं दोनों आंकड़ों के बीच में होना चाहिए." अरुण भारती ने खुलकर सीटों का आंकड़ा नहीं बताया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि 2015 में 43 सीटों पर चुनाव लड़े थे तो इससे कम सीट लेने गुंजाइश नहीं है.

मांझी और कुशवाहा की मांग भी अधिक

बता दें कि उधर जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की मांग भी ज्यादा सीटों की है. इस पर अरुण भारती ने कहा कि सभी दलों का अपनी ताकत के हिसाब से, अपनी जमीनी पकड़ के हिसाब से, स्ट्राइक रेट के हिसाब से सीटों का आकलन होना चाहिए. उन्होंने कहा, "हमारे नेता चिराग पासवान जनता के हर सुख-दुख में शामिल होते रहे हैं. जिसकी जितनी संख्या भारी होगी, जिसकी जितनी मजबूती होगी, उसको उतनी सीटों पर दावेदारी होगी."