पटना: नहाय खाय के साथ आज से लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा (Chhath Puja 2023) की शुरुआत हो गई है. छठ व्रती गंगा (Ganges River) में स्नान कर रही हैं. इसके साथ ही व्रती गंगा जल लेकर घर जा रही हैं. पूजा पाठ-प्रसाद बनाने में उपयोग होगा. घाटों पर भारी भीड़ है. कई तरह की व्यवस्थाएं छठ घाटों पर की गई है, जिससे छठ व्रतियों को कोई दिक्कत नहीं हो. सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजामात किए गए हैं. बता दें छठ महापर्व सूर्य उपासना का सबसे बड़ा त्योहार है. इस बार छठ पूजा का समापन 20 नवंबर को होगा. 


चार दिनों तक यह महापर्व चलेगा


आज पहले दिन नहाय-खाय है. दूसरे दिन खरना होगा. इसके साथ ही तीसरे दिन संध्या अर्घ्य और चौथे दिन उदयीमान अर्घ्य के साथ ही पर्व का समापन होगा. पटना में 100 से ज्यादा छठ घाट तैयार किए गए हैं. पांच घाट ऐसे हैं जिनको खतरनाक घाट घोषित किया गया है. ऐसे घाटों की बैरिकेडिंग की जा रही है. उसे लाल कपड़े से घेरा जा रहा है. इसके साथ साथ जो घाट बने हैं उसके इर्द-गिर्द भी ऐसे क्षेत्र हैं जो आने जाने योग्य नहीं हैं जहां पानी अधिक है. उन क्षेत्रों को भी चिन्हित करके लाल कपड़े से घेरा जा रहा है. 


पटना में छठ घाटों पर 5000 से अधिक पुलिस बल की तैनाती


पटना में छठ घाटों पर 600 मजिस्ट्रेट, 5000 से अधिक पुलिस कर्मचारी, इसके साथ ही एसडीएआरफ-एनडीएआरएफ के 300 से अधिक जवान तैनात रहेंगे. छठ व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम, शेड, शौचालय, प्रकाश टावर, कंट्रोल रूम, अस्थाई कण्ट्रोल रूम का काम पूरा हो गया. यह व्यवस्थाएं की गई हैं 24 घंटे बिजली मुहैया कराया जाएगा. घाटों पर रोशनी के लिए बड़े-बड़े हाइलोजन बल्ब लगाए गए हैं. बेहतरीन लाइटिंग की व्यवस्था की जा रही है. घाटों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं


गंगा में बैरिकेडिंग की जा रही है


गंगा में जलस्तर को ध्यान में रखते हुए डेंजर लेवल के पहले बॉस से बैरिकेडिंग की जा रही है. नगर निगम प्रशासन की तरफ से हर छठ घाटों पर डस्टबिन बॉक्स भी लगाए गए हैं जिससे कि छठ घाटों पर कूड़ा कचरा का अंबार ना लगे. छठ महापर्व को लेकर घाटों पर आने-जाने का अलग रूट और गाड़ी पार्किंग का अलग-अलग जगह निर्धारित की गई है.


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