पटना: कोरोना काल में लंबे समय बाद बिहार लौटे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ये दावा किया है कि आने वाले तीन महीनों में बिहार की सरकार गिर जाएगी. राघोपुर दौरा के दौरान उन्होंने राज्य में तख्तापलट का दावा किया है. इधर, उनके इस बयान पर विवाद जारी है. सत्तापक्ष के नेता लगातार तेजस्वी पर इस बयान को लेकर निशाना साध रहे हैं. वहीं, ये दावा भी कर रहे हैं कि बिहार एनडीए में कोई मतभेद नहीं है. सरकार पूरे पांच साल चलेगी. 


जिंदगी भर कटाक्ष ही करते रह जाएंगे


इसी क्रम में नीतीश कैबिनेट में मंत्री और बीजेपी नेता जीवेश मिश्रा ने नेता प्रतिपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, " तेजस्वी यादव जो सपना देख रहे हैं,मुख्यमंत्री बनने का वो जिंदगी भर कटाक्ष ही करते रह जाएंगे. हर दिन उनका बयान आता है कि सरकार गिरा देंगे. वे इन्हीं काम में लगे रहें. लेकिन होना कुछ नहीं है. उनपर कुछ कहना उचित नहीं है."


जीवेश मिश्रा ने कहा, " सभी को मालूम है कि उनके माता-पिता के शासनकाल में किस लेवल पर भ्रष्टाचार था. किस तरह के अपराध राज्य में हुए हैं, इससे सभी वाकिफ हैं. अखबारों के पन्ने अपहरण के सुर्खियों से रंगे रहते थे. तेजस्वी यादव को कुछ समझाने की जरूरत नहीं है. वो क्षेत्र में गए तो वहां की जनता ने उन्हें काला झंडा दिखाया. पूरे कोरोना काल में वो गायब रहे. ऐसे में उन्हें बहुत ज्यादा महत्व देने की जरूरत नहीं है, वो बिहार के सीरियस नेता नहीं हैं."


केवल ट्वीट करते रहते हैं तेजस्वी


नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लगाते हुए मंत्री ने कहा, " जब भी बिहार में आपदा आई है, चाहे वो बाढ़ हो, कोरोना हो, सुखाड़ हो, चमकी बुखार हो, वो बिहार से नदारद रहे हैं. 5-स्टार होटल में बैठे वो आपदा के संबंध में केवल ट्वीट करते रहते हैं. बिहार की जनता के साथ वो कभी खड़े नहीं होते हैं. उन्हें किसी ने लोगों की मदद करते नहीं देखा है. ऐसे में उन्हें और उनके बयान को बहुत ज्यादा महत्व नहीं देना चाहिए."


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