पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को चार देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित 'जनता दरबार' (Nitish Kumar Janata Darbar) कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान कई फरियादी अपनी शिकायत लेकर पहुंचे थे. वहीं, पश्चिम चंपारण से ही आए एक बुजुर्ग फरियादी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के सामने फफक-फफक कर रोने लगा. दरअसल, बुजुर्ग फरियादी बिजली बिल ज्यादा आने से परेशान था. इसके बाद मुख्यमंत्री ने इस मामले को लेकर ऊर्जा विभाग (Energy Department) के प्रधान सचिव को फोन लगाने का आदेश दे दिया.


मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को लगाया फोन


पश्चिम चंपारण से ही आए एक बुजुर्ग फरियादी ने मुख्यमंत्री को देखते ही रोने लगा. इसके बाद वहां मौजूद अधिकारियों ने बुजुर्ग को समझाते हुए अपनी बात रखने को कहा. मुख्यमंत्री भी बुजुर्ग को नहीं रोने की बात बोले. बुजुर्ग व्यक्ति ने कहा कि बिजली बिल माफ कर दीजिए. इस पर मुख्यमंत्री ने सवाल करते हुए बोले कि क्या आपका बिजली बिल ज्यादा आ रहा है. इस पर बुजुर्ग ने बताया कि मैं गरीब आदमी हूं मेरा बिजली का बिल बहुत ज्यादा आ गया है.बिजली बिल देखते ही मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को फोन लगाते हुए कहा कि इनका बिजली बिल गलत आ रहा है. घर में 42 हजार, 53 हजार और 89 हजार का बिल घर में आ रहा है, अब जबकि इसने बिलजी बंद करा दिया है. इसको ठीक से दिखावा लीजिए.


42 लोगों की समस्याओं को सुने मुख्यमंत्री


बता दें कि 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 42 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए. वहीं, जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में रोहतास जिला से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे द्वारा सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया, मगर उसके बकाया राशि का अब तक भुगतान नहीं किया गया है. वहीं, किशनगंज जिला से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि हमारे पंचायत में लगभग दो किलोमीटर रास्ते का निर्माण अब तक नहीं हो पाया है. मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया.


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