Mukesh Sahani Reaction: वीआईपी सुप्रीमो और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने पीएम मोदी को लेकर एक बयान दिया था जिसके बाद सियासी बवाल मच गया था. कहा था कि 10 साल से पीएम मोदी क्या कर रहे थे. ताली बजा रहे थे. इस पर बुधवार (01 मई) को मुकेश सहनी ने सफाई दी. हालांकि वह अपने बयान पर अड़े रहे. उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई विवादास्पद बयान नहीं दिया था.


तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया बयान: सहनी


मुकेश सहनी बुधवार को पटना हवाई अड्डा पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उनके बयान से अगर फिर किसी को दुख पहुंचा है तो वह खेद प्रकट करते हैं. उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने कहा, "मेरा कहना साफ है कि बीजेपी पिछले करीब 17 साल सत्ता में रही, अगर उसकी नीयत मंडल कमीशन के 40 सिफारिशों को लागू करने की होती तो कर देती."


वाई सुरक्षा वापस लिए जाने पर भड़के सहनी


वाई सुरक्षा वापस लिए जाने पर मुकेश सहनी भड़के. कहा कि बयान देने के कुछ ही समय बाद उनकी सुरक्षा वापस ले ली गई. सुरक्षा देने या वापस लेने की एक प्रक्रिया होती है, लेकिन जिन्हें संविधान की परवाह नहीं वह सभी संस्थाओं को जेब में रख चुके हैं. हम लोग इसी की लड़ाई लड़ रहे हैं.


सहनी ने कहा कि मैं निषादों के लिए पिछले कई वर्षों से संघर्ष कर रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा. अपने हक, अधिकार की लड़ाई लड़ना गुनाह है तो फांसी पर लटका दीजिए. मरवा दीजिए. सन ऑफ मल्लाह के नाम से चर्चित मुकेश सहनी ने कहा कि बीजेपी ने नवंबर में निषाद आरक्षण की बात की थी, लेकिन नीतीश कुमार के एनडीए में आने के बाद वह पीछे हट गई. साफ कहा कि मैं गुलाम बनकर नहीं रह सकता. शुरू से संघर्ष करता रहा हूं. आगे भी करता रहूंगा.


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