Madhubani News: मधुबनी जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड के रजनपुरा गांव में कमला नदी से जब महादेव की मूर्ति निकली तो हर कोई चौंक गया. मंगलवार (30 अप्रैल) को सफेद रंग की मूर्ति मिली जिसके बाद देखने के लिए लोगों की भीड़ लग गई. रजनपुरा गांव हर-हर महादेव के जयघोष से गूंज उठा. ग्रामीण पूजा-अर्चना करने लगे.


अचानक नदी से कैसे मिली महादेव की मूर्ति?


स्थानीय निवासी समीर कुमार मिश्रा ने बताया कि विनोद पासवान के 12 साल का बेटा रूपेश कुमार पासवान हर दिन की तरह अपने कुछ दोस्तों के साथ गाय को चराने लेकर जा रहा था. इसी दौरान उसे नदी में मूर्ति का हाथ दिखा. रूपेश ने दोस्तों की मदद से उसे बाहर निकालना चाहा लेकिन वजनदार होने के कारण मूर्ति टस से मस नहीं हुई. इसके बाद रूपेश अपने पिता को बुलाकर ले गया. लोगों ने किसी तरह मूर्ति को बाहर निकाला. सफेद रंग की संगमरमर की करीब दो फीट की महादेव की मूर्ति देख सभी भौचक्के रह गए.


क्या कहती है पुलिस?


अंधराठाढ़ी थाना प्रभारी ने कहा कि कमला नदी से मूर्ति मिलने की सूचना मिली है. सफेद महादेव की मूर्ति रजनपुरा गांव में कमला नदी से मंगलवार को मिली है. अभी हमने मूर्ति को देखा नहीं है. वहां जाने के बाद अधिक जानकारी दी जा सकती है. हालांकि प्रतिमा के प्राचीन होने के बारे में जानकारी पुरातात्विक जांच के बाद ही मिल पाएगी.


ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के पुरातत्व विषय के शोधार्थी मुरारी कुमार झा ने कहा कि फोटो से मूर्ति को उन्होंने देखा है. प्रथम दृष्टया इस मूर्ति का पुरातात्विक महत्व नहीं लग रहा है. विस्तृत जानकारी निरीक्षण के बाद ही दी जा सकती है.


मूर्ति निकलने के बाद लोगों ने शुरू कर दी पूजा


उधर लोग कमला नदी से शिव की प्रतिमा निकालकर एक पेड़ के नीचे रखकर उसकी पूजा-अर्चना में जुट गए. ग्रामीणों ने इसे साक्षात शिव की कृपा बताई. हालांकि इस प्रतिमा के चार हाथ में से एक दायां हाथ टूटा हुआ है. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन अगर मूर्ति नहीं ले जाती है तो हम लोग पूजा करेंगे.


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