बगहाः तीन दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण वाल्मीकि नगर की जनता बेहाल है. प्रशासन के तमाम दावों के बावजूद क्षेत्र में बाढ़ जैसी हालात हो गई है. वाल्मीकि नगर बैराज से अबतक तीन लाख 70 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी डिस्चार्ज किया जा चुका है. बैराज के 36 फाटक को खोले जा चुके हैं.


वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में भरा पानी


नदियों में उफान की वजह से निचले इलाकों में पानी भर गया है. भारी बारिश की वजह से वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में भी पानी भर चुका है जिससे जानवरों के जीवन पर संकट आ गया है. पानी भरने से जंगल के जानवर बिहार व यूपी की सीमा पर रेलवे ट्रैक के ऊपर चढ़ गए हैं.


ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए लोग मजबूर


हालांकि प्रशासन की ओर से बचाव कार्य का दावा किया जा रहा है लेकिन इस मूसलाधार बारिश ने पोल खोल दी है. वाल्मीकि नगर के बगहा, रामनगर, भैरोज व निचले इलाके की सारी नदियां उफान पर हैं. बगहा व निचले इलाकों में कटाव का खतरा बना है. लोग गांव को खाली कर ऊंचे स्थान पर जाने को मजबूर हैं. वहीं, किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं.


युवक ने वीडियो बनाकर सुनाई आपबीती


पश्चिमी चंपारण जिले के रामनगर प्रखंड के रहने वाले एक युवक ने वीडियो बनाकर गांव की समस्या सुनाई है. वीडियो में युवक ने कहा “इस समय बाढ़ से संबंधित वीडियो बना रहा हूं. कल से ही मूसलाधार बारिश हो रही है. गांव में बाढ़ आ गई है. सरकार की ओर से बांध पास किया गया था, लेकिन 75 प्रतिशत काम होने के बाद यह स्थित हो गई है. इस समय बाढ़ की स्थित भयावह हो गई है.”


गांव को बचाने के लिए लगाई गुहार


युवक की ओर से जारी किए गए वीडियो में यह साफ दिख रहा है रामनगर प्रखंड का पूरा गांव पानी से डूब चुका है. लोग घर के छतों पर रहने को मजबूर हैं. युवक ने जो वीडियो बनाया है उसे छत से ही रिकॉर्ड किया गया है. उसने कहा कि बाढ़ की चपेट में आने से मिट्टी के कई घर बह गए हैं. चारों तरफ पानी ही पानी है. वीडियो में गांव को बचाने के लिए गुहार लगाई है.


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