गोपालगंजः नेपाल में भारी बारिश और वाल्मीकिनगर बराज से चार लाख क्यूसेक से अधिक डिस्चार्ज किए गए पानी के कारण गंडक अपने पूरे उफान पर है. बुधवार को मांझा प्रखंड के निमुइयां समेत कई ग्रामीण इलाकों की सड़कें तेज धार में बह गईं. सड़क बहने के बाद कई गांवों का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है और आवागमन ठप हो गया है.


गोपालगंज प्रशासन की ओर से नदी के उफान को देख नाव के परिचालन पर रोक लगा दी गई है. डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने जिला प्रशासन के सभी अधिकारियों को तटबंधों की निगरानी और बाढ़ से घिरे सारण तटबंध के निचले इलाके के लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाने के लिए निर्देश दिया है.


बाढ़ का पानी गांवों में प्रवेश करने के बाद से लोगों का पलायन शुरू है. मवेशी और खाने-पीने के जरूरी सामान को लेकर ऊंचे स्थलों पर जाने को विवश हैं. कुचायकोट के कालामटिहनिया और सदर प्रखंड के पतहरा में नदी खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर बह रही है. छह प्रखंडों की 22 पंचायतों के करीब 108 गांवों में बाढ़ का पानी फैलने की बात बताई जा रही है. बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता नवल किशोर के मुताबिक रात तक पानी का लेवल और बढ़ने की आशंका जताई गई है.


मेहंदिया में डेढ़ सौ परिवार पानी से घिरा


सदर प्रखंड के मेहंदिया गांव में सारण तटबंध के अंदर बसे करीब डेढ़ सौ परिवार बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. यहां रहलेवाले संजय सिंह, सीतारात, पनपतिया देवी, सीमा देवी, पूनम देवी ने बताया कि तीन साल में पहली बार समय से पहले बाढ़ का पानी आ गया. गांव से जादोपुर के जगीरी टोला तक जाने के लिए सड़क संपर्क टूट चुका है. नाव के जरिए ही लोग आते-जाते हैं.


रामनगर में डूबे कई घर, पलायन हुआ शुरू


गोपालगंज सदर प्रखंड के रामनगर में कई घर डूब चुके चुके हैं. गांवों में पांच से सात फुट पानी बहने के कारण दियारा के लोगों ने घर को खाली कर दिया है. यहां प्लस-टू स्कूल, मध्य विद्यालय, आंगनबाड़ी आदि सरकारी मकानों में एक मंजिला छत तक पानी पहुंच गया है. आसपास के लोग नाव के सहारे ऊंचे स्थलों पर जाने को मजबूर हैं.


कालामटिनिया में घरों में घुसा बाढ़ का पानी


कुचायकोट प्रखंड के कालामटिहनिया के तीन वार्डों में बाढ़ का पानी फैल चुका है. यहां रहनेवाले लोगों के घरों में पानी घुसने से परेशानी बढ़ गई है. कोई चौकी पर तो कोई ऊंचे मचान पर रहने को विवश है. बाढ़ पीड़ितों ने प्रशासन से राहत सामग्री वितरण करने की मांग की है. वहीं दूसरी तरफ कालामटिहनिया, सिपाया में तटबंधों की निगरानी के लिए जल संसाधन विभाग की टीम कैंप कर रही है.


बाढ़ को लेकर इन पंचायतों में अलर्ट जारी


कुचायकोट प्रखंड: काला मटिहनियां, दुर्ग मटिहनियां, सलेहपुर, टोला सिपाया व रामपुर माधो.


गोपालगंज प्रखंड: कटघरवां, विशुनपुर पूर्वी, विशनुपुर पश्चिमी, बरईपट्टी, जादोपुर दु:खहरण, रामपुर टेंगराही व जगीरी टोला.


मांझा प्रखंड: निमुईया, भैंसही, गौसिया, पुरैना, मधु सरेया व ख्वाजेपुर.


बरौली प्रखंड: सोनबरसा, मोहम्मदपुर पकड़िया, देवापुर, हसनपुर, रामपुर, सलेमपुर पूर्वी, सलेमपुर पश्चिमी, बतरदेह व सरफरा.


सिधवलिया प्रखंड: अमरपुरा, डुमरिया व काशी टेंगराही.


बैकुंठपुर प्रखंड: परसौनी, बासघाट मंसुरिया, उसरी, गम्हारी, फैजुल्लाहपुर, प्यारेपुर, बखरी व बंगरा.


यह भी पढ़ें- 


Bihar Weather Report: मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, गोपालगंज के 215 गांवों पर बाढ़ का खतरा