पटनाः बिहार में जब भी सत्ता पक्ष को आरजेडी पर हमला करना होता है तो वह उसके शासनकाल को लेकर सवाल उठाता रहा है. अब जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुंगेर लोकसभा से सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह भी दो दिनों से ट्वीट कर बिहार के युवाओं को बड़े-बुजुर्गों के पास बैठकर उनसे 1990 से 2005 के आरजेडी के शासनकाल को जानने के लिए कह रहे हैं.
सांसद ललन सिंह ने शुक्रवार को ट्वीट कर युवाओं से कहा, “उम्र में बड़े लोगों से जरा पूछिएगा कि शाम 6-7 बजे के बाद महिलाएं तो क्या पुरुष भी घर से बाहर निकलने की हिम्मत करते थे क्या? बाजार में दुकानें बंद रहती थीं, अपहरण उद्योग चलाने वाले मोटी रकम वसूलते थे. डर से लाखों लोग अपने दुकान-धंधा बेच कर बिहार से पलायन कर गए..! आज सुशासन है.”
‘युवाओं ने सिर्फ नीतीश कुमार के ही शासन को देखा’
इसके पहले गुरुवार को भी ललन सिंह ने ट्वीट कर आरजेडी पर निशाना साधा था. उन्होंने 18 से 25 तक वाले युवाओं से कहा कि अपने आस-पड़ोस के बुजुर्गों के पास बैठकर नीतीश कुमार के पहले के जंगलराज के बारे में जानें. क्योंकि 18 से 25 साल तक के युवाओं ने सिर्फ नीतीश कुमार के ही शासन को देखा है.
‘आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवारने में दें योगदान’
सांसद ललन सिंह ने कहा कि 1990-2005 का वह दौर रूह कंपाने वाला था. यदि वर्तमान और भूत में अंतर नजर आए तो जाति-धर्म और कुनबी धारा से ऊपर उठकर 'सामाजिक न्याय के साथ विकास' वाली नीतियों के साथ समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने वाली एकमात्र पार्टी से जुड़कर आने वाली पीढ़ियों का भविष्य संवारने में अपना बहुमूल्य योगदान अवश्य दीजिए.
हालांकि गुरुवार को जब ललन सिंह ने ट्वीट किया तो आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने तंज कसते हुए जवाब दिया था. ट्वीट कर रोहिणी ने लिखा था, “90 से पहले का याद कौन दिलाएगा ललन चाचा जब गरीब को दबाया जाता था. उनके जमीन जोरू पे आप लोग राज करते थे. 90 के बाद तुम जैसे लोगों से गरीबों को लड़ने का अपना आवाज दिया लालू यादव ने तो दर्द तो होगा ही. रहा अंतरी के दांत वाले की, तो आपको भी पता है आपका घर भी नहीं बचा है इसके आतंक से.”
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