दरभंगा: लॉकडाउन के दौरान अपने पिता को साइकिल पर बैठाकर गुरूग्राम से 1200 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली बिहार की ज्योति कुमारी पूरे देश में चर्चा का विषय बन गई थीं. 'साइकिल गर्ल' के नाम से चर्चित ज्योति कुमारी फिर से सुर्खियों में उस समय आईं जब उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की. 16 वर्षीय ज्योति देशभर के उन 32 बच्चों में से थीं जो अपने संबंधित एनआईसी केंद्रों पर पहुंचे थे और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के समय प्रधानमंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत की.


इस अवसर पर ज्योति के पिता, उनकी मां और स्थानीय प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद थे. मोदी ने बच्चों के साहस और दृढ़ संकल्प के उनके कृत्यों के लिए उनकी सराहना की और पुरस्कार प्राप्त करने वाले बच्चों से कहा कि वे प्रत्येक वर्ष कम से कम एक महापुरुष की जीवनी जरूर पढ़ें. इससे जीवन में बहुत प्रेरणा मिलती है.



नशा मुक्ति अभियान की ब्रांड एंबेसडर हैं ज्योति कुमारी


दरभंगा के जिलाधिकारी त्यागराजन एसएम ने कहा कि ज्योति कुमारी को बहादुरी के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किया गया है. पुरस्कार स्वरूप उसे एक लाख रुपये, प्रशस्ति पत्र एवं मेडल प्रदान किया जाएगा.


बिहार सरकार द्वारा दरभंगा जिला के सिंहवाड़ा प्रखंड के सिरहुल्ली गांव निवासी मोहन पासवान की बेटी ज्योति कुमारी के बारे में जिलाधिकारी ने कहा कि दरभंगा के लिए यह गर्व की बात है. ज्योति को नशा मुक्ति अभियान के लिए राज्य सरकार द्वारा पहले ही ब्रांड एंबेसडर बनाया जा चुका है.


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