आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के जरिए मतदाता सूची में अपना नाम न होने के आरोप पर जेडीयू सांसद संजय कुमार झा समेत पार्टी के अन्य बड़े नेताओं ने रविवार को तेजस्वी पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव जानबूझ कर झूठ बोल रहे थे. दो-दो जगह नाम है और जब नाम है तो फिर क्यों ऐसा कहा. ये जांच का विषय है. 

संजय कुमार झा ने क्या कहा?

संजय कुमार झा ने कहा कि "अब चुनाव आयोग ने दिखा दिया है कि उनका नाम मतदाता सूची में है. वह बिहार और देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं. एक ही जगह दो जगह नाम होना जांच का विषय है. जब उनका नाम था तो वह झूठ क्यों बोल रहे थे? ये लोग जानते हैं कि चुनाव परिणाम क्या होगा, इसलिए चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं."

क्या बोले विजय कुमार चौधरी? 

वहीं बिहार सरकार के संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा, "यह साफ़ है कि बिहार के नेता प्रतिपक्ष आरोप लगाने में बहुत जल्दी में हैं. सवाल यह है कि एक ज़िम्मेदार नेता या राजनीतिक व्यक्ति को किसी संवैधानिक संस्था पर आरोप लगाने से पहले सभी तथ्यों की जानकारी होनी चाहिए. वरना जो हुआ वही होगा. चुनाव आयोग ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया है. हम विपक्षी नेताओं से अनुरोध करते हैं कि सिर्फ़ एक एजेंडे के तहत किसी संवैधानिक संस्था को बदनाम करने की कोशिश न की जाए."

नीरज कुमार ने कसा तंज

वहीं, जेडीयू नेता नीरज कुमार ने बीजेपी के जरिए राजद नेता तेजस्वी यादव पर डबल EPIC नंबर होने का आरोप लगाए जाने पर कहा, "हम लोगों ने तो ऐसा कभी अपने राजनीतिक जीवन काल में नहीं देखा है. स्वर्ग और नर्क की बात तो फिर भी सुनी है, लेकिन राजनीति में कभी किसी राजनेता के दो EPIC नंबर हो ऐसा नहीं सुना. हालांकि मुझे इसलिए आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि जिनके दो EPIC नंबर हैं, उनके सिर पहले ही 7 घोटाले हैं और अब यह आठवां घोटाला हो गया." 

के.सी. त्यागी ने क्या कहा? 

राजद नेता तेजस्वी यादव के इस आरोप पर कि उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है, जेडीयू नेता के.सी. त्यागी ने कहा, "तेजस्वी यादव का नाम चुनाव आयोग द्वारा जारी EPIC नंबर के तहत मतदाता सूची में है. वे चुनाव आयोग को बदनाम करना चाहते हैं और चुनाव प्रक्रिया से भी हटना चाहते हैं."

बता दें कि पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में तेजस्वी यादव ने दावा किया था कि एक अगस्त को जारी ड्राफ्ट लिस्ट से उनका नाम हटा दिया गया है. उन्होंने मीडिया के सामने चुनाव आयोग के मोबाइल ऐप में अपना EPIC नंबर डाला और बताया कि ऐप 'No Record Found' दिखा रहा है. हालांकि बाद में एक दूसरे EPIC नंबर से उनका नाम वोटर लिस्ट में है, ये साफ हो गया. 

ये भी पढ़ें: Bihar Elections 2025: क्या शकील अहमद बचा पाएंगे कांग्रेस का किला? किसे चुनेगी कदवा की जनता