पटना: कोरोना महामारी में संक्रमण के अधिक खतरा का हवाला देते हुए चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव इन दिनों रिम्स डायरेक्टर के बंगले में रह रहे हैं, जहां वो जमकर मनमानी कर रहे हैं. इस संबंध में झारखंड जेल, आईजी बीरेंद्र भूषण ने रांची के उपयुक्त को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा है, "लालू प्रसाद यादव की ओर से अवैध रूप से मुलाकात की जा रही है जो सरासर गलत है."


नियमों के विरुद्ध हो रहे काम


उन्होंने पत्र में लिखा है, "एसएसपी, रांची की ओर से प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारियों द्वारा नियम विरुद्ध और मनमाने ढंग से लालू प्रसाद यादव से बाहरी लोगों की मुलाकात करायी जा रही है और संदर्भित मुलाकाती द्वारा राजनीतिक बयान भी जारी किया जा रहा है, जो सर्वथा नियम विरुद्ध है."


नीरज कुमार ने उठाए सवाल


झारखंड जेल आईजी की ओर से इस पत्र के लिखे जाने के बाद सूबे में सियासत शुरू हो गई है. NDA नेता आरजेडी नेता लालू प्रसाद यादव की ओर से जेल में किए जा रहे गुप्त मीटिंग पर खड़े कर रहे हैं. शुक्रवार को बिहार सरकार के मंत्री और जेडीयू नेता नीरज कुमार ने कहा, " हेमंत सोरेन जी जुबान खामोश क्यों है? आपके जेल आईजी ने कबूल कर लिया कि सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव से बाहरी लोगों की मुलाकात करवाई जा रही है, राजनीतिक बयान दिए जा रहे हैं, एसओपी का उल्लंघन हो रहा है. कानून अपना काम करता है लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपी व्यक्ति को कानूनी और राजनीतिक संरक्षण मिले तो यह भी एक गुनाह माना जाता है. लेकिन कानून के हाथ लंबे होते है."


बीजेपी प्रवक्ता ने पत्र की बताया आई वॉश


इधर, बिहार बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा, " जेल आईजी का पत्र आई वॉश है. सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव को प्रिविलेज देकर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार की भद पीट चुकी है. हेमंत सोरेन की सरकार अब अपना चेहरा बचाने के लिए अधिकारियों को आगे कर रही है. रिम्स डायरेक्टर आवास से झारखंड में ठेका- पट्टा, दलाली- ठेकेदारी मिल रही है. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की बोली लगा, ऊंची बोली लगाने वाले को टिकट मिल रहा है. झारखंड सरकार की लगाम लालूजी के हाथों में है और उन्हीं के निर्देश पर हेमंत सोरेन चल रहे हैं."