मुंगेर: बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद डॉ. मोनाजिर हसन ने रविवार को अपने आवास पर प्रेस कांफ्रेंस बुलाई, जिसमें उन्होंने मुंगेर में 26 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए नरसंहार की कड़ी शब्दों में निंदा की. उन्होंने कहा कि 26 अक्टूबर की रात प्रतिमा विसर्जन की दिन जो घटना हुई मैं उसक निंदा करता हूं और बिहार सरकार से मांग करता हूं कि सरकार मृतक अनुराग के परिजनों को 50 लाख रुपया मुआवजा दे. साथ ही मृतक की बहन को सरकारी नौकरी दे.


उन्होंने कहा कि मृतक के परिजनों को मुआवजा देने के साथ ही सरकार नरसंहार में घायलों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दे. साथ ही सरकार इस मामले के दोषी पुलिस पदाधिकारीयों और तत्कालीन लिपी सिंह के निजी सलाहकार कुमार कृष्ण, सिपाही बृजेन्द्र पर 302 का मुकदमा चलाए.


जिला प्रशासन के बारे में उन्होंने कहा कि मुंगेर जिला प्रशासन ने मुंगेर के लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ किया है और देवी प्रतिमाओं को कचरा उठाने वाले ट्रेक्टर पर लाद कर विसर्जन के लिए ले गई, जो गलत बात है. उन्होंने कहा कि अगर मेरी मांग न मानी गई तो मैं मुंगेर की सड़कों से लेकर संसद तक आंदोलन करूंगा.


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