सुपौल: जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडलीय अस्पताल के एकाउंटेंट का बीते 8 सितंबर को शराब पीते दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वायरल वीडियो को एबीपी न्यूज ने प्रमुखता के साथ चलाया था. ऐसे में त्रिवेणीगंज पुलिस ने मामले में चार-पांच दिनों तक चली गहन जांच के बाद कार्रवाई करते हुए वायरल वीडियो में दिख रहे एकाउंटेंट सुभाष सिंह, आउटसोर्सिंग के सुपरवाइजर पवन कुमार रजक, थाना क्षेत्र के लालपट्टी वार्ड नम्बर-16 निवासी सर्वेश कुमार यादव, थाना क्षेत्र के बाजितपुर निवासी अर्जुन सरदार सहित अन्य अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर ली है.


मामला छिपाने का किया प्रयास


साथ ही दर्ज प्राथमिकी में वायरल वीडियो में शामिल व्हाइट पैंट वाले संभावित अस्पताल के अन्य स्टाफ और जूता पहने हुए अन्य व्यक्ति को भी आरोपी माना गया है. वहीं, दर्ज प्राथमिकी में अस्पताल के प्रभारी जिन्होंने जानते हुए भी मामले को छिपाने का प्रयास किया, उन्हें भी दोषी माना गया है.


बता दें कि अनुमंडलीय अस्पताल त्रिवेणीगंज के एकाउंटेंट सुभाष सिंह और आउटसोर्सिंग के सुपरवाइजर पवन रजक का शराब पीते दो वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें पहला वीडियो अस्पताल के सामने स्थित एक दवा दुकान का बताया जा रहा है. वहीं, दूसरा वीडियो अस्पताल परिसर स्थित एकाउंटेंट के सरकारी आवास का बताया जा रहा है, जिसमें एकाउंटेंट सुभाष सिंह अपने साथियों के साथ मांस-भात के साथ शराब का सेवन कर रहे हैं.


अस्पताल से गायब हो गए सभी


वीडियो वायरल होने के बाद तीनों अस्पताल से गायब हो गए थे. साथ ही अस्पताल के सामने स्थित जिस दवा दुकान का पहला वीडियो बताया जा रहा है, उसके कथित मालिक सर्वेश कुमार यादव भी अपनी दुकान को बंद कर गायब हैं. 


थानाध्यक्ष संदीप कुमार सिंह ने मामले के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो, संकलित साक्ष्य और गहन जांच के बाद थाना कांड संख्या 299/21 दर्ज कर लिया गया है. अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया है. अनुसंधान के उपरांत ही कुछ कहा जा सकता है. लेकिन प्राथमिकी दर्ज होने के बाद इन सबों की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं.



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