पटना: 73वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साल 2022 में पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री से नवाजे जाने वाले सभी लोगों की लिस्ट जारी कर दी है. इस साल भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) द्वारा राज भवन में आयोजित कार्यक्रम में 128 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी गई है. इसमें 4 पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 107 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं. पुरस्कार पाने वालों में 34 महिलाएं हैं. वहीं, लिस्ट में विदेशियों/ एनआरआई/ पीआईओ/ ओसीआई की श्रेणी के 10 लोग और 13 मरणोपरांत पुरस्कार विजेता भी शामिल हैं.

 

बिहार के दो लोगों को पद्मश्री

 

बता दें कि इस बार बिहार के दो लोगों को पद्मश्री से सम्मानित किया जाएगा, जिसमें से एक हैं सोशल वर्कर आचार्य चंदन जी और दूसरे हैं मशहूर अर्थशास्त्री शैबाल गुप्ता (Shaibal Gupta), जिन्हें मर्णोंपरांत पद्मश्री से नवाजा जाएगा. इधर, अवार्डियों की घोषणा होने के बाद बिहार में खुशी की लहर है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने ट्वीट कर खुशी जाहिर की है. 

 


 

नीतीश कुमार ने ट्वीट कर कही ये बात















उन्होंने ट्वीट कर कहा, " बिहार से सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए आचार्य चंदन जी और मरणोपरांत स्व० शैबाल गुप्ता को साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पद्मश्री से सम्मानित करने की घोषणा की गई है. मेरे लिए यह प्रसन्नता का विषय है और बिहार गौरवान्वित है."

 

गौरतलब है कि मशहूर अर्थशास्त्री, सेंटर फॉर इकॉनोमिक पॉलिसी एंड पब्लिक फाइनेंस के निदेशक और आद्री के सदस्य सचिव शैवाल गुप्ता का बीते साल 28 जनवरी, गुरुवार को निधन हो गया था. बिहार की राजधानी पटना के एक अस्पताल में उन्होंने शाम के करीब सात बजे अंतिम सांस ली थी. 67 वर्षीय शैबाल बीते काफी बीमार चल रहे थे. 

 

मुख्यमंत्री ने जताया था शोक

 

उनके निधन पर सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की थी. मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा था कि शैवाल गुप्ता ने बिहार ही नहीं देश और दुनिया की कई महत्वपूर्ण आर्थिक संस्थानों में प्रमुख भूमिका निभाई थी. उन्होंने बिहार में वित्त आयोग के सदस्य के साथ ही कई संस्थाओं को अपने अनुभवों का लाभ पहुंचाया था.


सीएम नीतीश ने कहा था कि बिहार के कई आर्थिक सुधारों में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है. वे आर्थिक एवं राजनीतिक मामलों के विशेषज्ञ के तौर पर भी जाने जाते थे. उनके निधन से आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति हुई है. शैबाल गुप्ता से मेरा व्यक्तिगत संबंध था, उनके निधन से मैं काफी मर्माहत हूं. उनकी कमी हमेशा खलती रहेगी.


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