कैमूर: मुख्यमंत्री नल-जल योजना नीतीश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. हर घर नल का जल पहुंचाने के लिए बिहार सरकार प्रतिबद्ध है. हालांकि, कई बार मुखिया और वार्ड पार्षद की लापरवाही की वजह से योजना में अनियमितता सामने आती है, जिससे सरकार को फजीहत झेलनी पड़ती है. ऐसे में अब सरकार वैसे सभी मुखिया-पार्षद पर एक्शन लेगी जो योजना में अनियमितता बरतते पकड़े जाएंगे.


लाल मुनी चौबे की पुण्यतिथि पर कैमूर पहुंचे पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी से जब नल जल योजना में की जा रही गड़बड़ियों के संबंध में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमने तो स्पष्ट तौर पर एक निर्देश निकाला है, कि अगर योजना में अनियमितता की शिकायत डीपीआरओ, जिलाधिकारी, बीडीओ या मेरे कार्यालय तक पहुंची तो हम तत्काल दोषी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराएंगे.


उन्होंने कहा कि वो तत्काल मुखिया और वार्ड सदस्य पर कार्रवाई करेंगे और यदि उन्होंने कार्रवाई की तो वो चुनाव लड़ने लायक नहीं रह जाएंगे. शिकायत कहीं की भी हो, निश्चित तौर पर कार्रवाई होगी. वहीं, जब उनसे ये पूछा गया कि अब तक किसी पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई तो उन्होंने कहा कि सरकार कॉल अटेंशन पर चलती है. अधिकारियों के पास अनियमितता की शिकायत करनी होगी. मुखिया या वार्ड पार्षद खुद अपने ऊपर कार्रवाई नहीं करेंगे. वहीं, उन्होंने पत्रकारों से कहा कि वो आम लोगों को जागृत करें. जहां गड़बड़ी है, ग्रामीण उस जगह की शिकायत करें.


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