Randeep Singh Surjewala: पूरे देश में जातीय जनगणना कराने के केंद्र सरकार के निर्णय के बाद जहां एनडीए अपनी वाहवाही में जुटी है, तो विपक्ष इसका क्रेडिट लेने के लिए लगातार केंद्र सरकार पर हमला कर रहा है. सोमवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला बिहार दौरा पर पटना के प्रदेश कांग्रेस पार्टी कार्यालय सदाकत आश्रम पहुंचे, जहां पत्रकारों से संबोधित करते हुए ये बताने की कोशिश की कि जातीय जनगणना का समर्थन तो कांग्रेस शुरू से कर रही है. पार्टी ने इसके लिए लंबी लड़ाई लड़ी है.
सुरजेवाला ने जातिगत जनगणना को लेकर कहा कि किस तरह बीजेपी का डीएनए जातिगत जनगणना का विरोधी है. नरेंद्र मोदी की सरकार हमेशा से दलित, पिछड़े, गरीब, शोषित, वंचित, आदिवासियों के खिलाफ रही है. कांग्रेस पार्टी की हमेशा मांग रही है, जितनी हमारी आबादी है इतनी हिस्सेदारी होनी चाहिए .
कांग्रेस की सरकार ने 2011 में देश में जातिगत जनगणना करवाने का निर्णय लिया और उस वक्त उसकी शुरुआत हुई थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी टीम ने जाति की जनगणना को कूड़ेदान में डाल दिया. 2021 में सुप्रीम कोर्ट में नरेंद्र मोदी की सरकार ने शपथ पत्र दिया था कि कांग्रेस पार्टी जाति का जनगणना करवा रही थी, उसमें मेंबर बनना मोदी सरकार भूल गई है, यह मैं नहीं कह रहा हूं यह रिपोर्ट है.
पहले मोदी ने लिखा था कि जाति जनगणना करवाना गलत होगा, अगर साथ में होता है तो आम जनगणना का आंकड़ा गलत हो जाएगा. यह नवंबर 2021 में उन्होंने लिखा था, जब जाति जनगणना बिहार में हो रही है तो केंद्र से लिखा गया कि यह अधिकार सिर्फ केंद्र का है, इसका कॉपी भी मेरे पास है नीतीश कुमार जी को भी जाकर दिखा दीजिए.
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने एकाएक जातिगत जनगणना करने की घोषणा कर दी, लेकिन ना तो शुरुआत का समय बताया और ना समापन का समय बताया है. इसलिए शंका बनी हुई है, क्योंकि पिछली बार वह 30 हजार-40 हजार की बोली लगा रहे थे और क्या हुआ सब लोग देखें. इसलिए यह शंका लग रही है कि कहीं सिर्फ चुनावी एजेंडा नहीं बना दें.
यह सिर्फ कांग्रेस को नहीं बल्कि गरीब, शोषित और दलितों को भी लग रहा है. उन्होंने कहा कि मेरा मुख्य मकसद है कि सरकार वास्तविक में दलित, शोषित, गरीब वंचित आदिवासियों को उनका मुख्यधारा में लाने के लिए अग्रसर है या इसको भी चुनावी शिगूफा बनाकर फिर से एक बार कूड़ेदान में डालने की ओर अग्रसर है. यह लोगों को समझाना पड़ेगा.
वहीं पहलगाम हमले में पाकिस्तान के खिलाफ कांग्रेस का रुख को साफ करते हुए सुरजेवाला ने कहा कि घटना के बाद कांग्रेस कार्यसमिति ने एक बार नहीं दो-दो बार इस पर बैठक की है. इसमें स्पष्ट तौर पर कहा गया है आतंकवाद का सिर कुचला जाना चाहिए. आतंकवाद पोशाक पाकिस्तान को जबरदस्त जवाब देना चाहिए और हर वह व्यक्ति जो इस हमले से जुड़ा है हमारे निहत्थे निर्दोष लोगों से की हत्या से जुड़ा है. उसको ऐसी सजा देनी चाहिए की सजा भी कांप जाए.
उसके बाद कांग्रेस के प्रति वाद विवाद का कोई प्रश्न नहीं उठाना चाहिए. इसके लिए सरकार जो भी करेगी उसके हम समर्थन में है. परंतु जहां-जहां चूक हुई है गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की कई एजेंसी है और इंटेलिजेंस की रिपोर्ट भी है, क्योंकि इनका इंटेलिजेंस फेल हो गया. इसका कौन जिम्मेदार है. क्योंकि वहां तो अमित शाह का शासन है. सब कुछ उनके नीचे है वह तो प्रांत भी नहीं है. वह तो केंद्र शासित राज्य है और पहलगाम में स्पेशल सिक्योरिटी है.
पूरे देश के लोगों को पता था कि 4 किलोमीटर ऊपर से सिक्योरिटी लगाना चाहिए तो फिर अमित शाह को क्यों नहीं पता था? कुछ अंतर मंथन सरकार को भी करना चाहिए कि भविष्य में ऐसा न हो. हर बार जब हमला होता है तो वह बोल देते हैं कि हम सोचेंगे. तो हम यही कहना चाहेंगे कि पहले आप सोचो ताकि हम पाकिस्तान को जबरदस्त जवाब दे सकें.
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