पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र का तीसरा दिन हंगामेदार रहा. सीएम नीतीश और नेता प्रतिपक्ष समेत सभी पार्टियों के प्रतिनिधि ने सदन में अपनी बात रखी. लंच के बाद पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्यपाल के अभिभाषण पर उत्तर दिया. इस दौरान उन्होंने सरकार पर जमकर हमला बोला और सीएम नीतीश से कई मुद्दों पर सफाई मांगी.


सबको अपनी बातें रखने का है अधिकार


इधर, जब सीएम नीतीश को बोलने का मौका मिला तो उन्होंने पहले तो अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियों को गिनवाने के लिए राज्यपाल का धन्यवाद किया. फिर तेजस्वी द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि सबको अपनी बातें रखने का अधिकार है. बातें रखनी चाहिए. आज सबने बातें रखीं भी, जिसके मन में जो है वो बोलें. लेकिन काम हो रहा है. आगे भी होता रहेगा.


उन्होंने कहा कि कोरोना से दुनिया परेशान है. राज्य में भी इसका असर पड़ा. लेकिन उससे निपटने के लिए एक-एक काम किया गया और किया जा रहा है. देश भर में जितनी जांच हुई है, बिहार में जांच का औसत उससे अधिक है. सबसे ज्यादा जांच बिहार में हुई है. अब जिसको जो मन है बोलते रहे, लेकिन सच जान लीजिए.


राज्य में हो रहे हर एक चीज पर करते हैं गौर


उन्होंने कहा कि हम राज्य में हो रहे हर एक चीज पर गौर करते हैं. मामला सही पाए जाने के बाद कार्रवाई भी करते हैं. अगर आप नहीं मानेंगे तो हम डिटेल बता देते हैं. उन्होंने कोरोना जांच में हुई गड़बड़ी के संबंध में कहा कि जांच में गड़बड़ी की बात सामने आने के बाद हमने तुरंत कार्रवाई की. विकास कितना हुआ है ये देख लीजिये. लेकिन फिर भी किसी को बोलना है, तो बोलते रहिए. कोरोना काल में पूरे विश्व की अर्थव्यवस्था नीचे गयी है. हमारी भी जाएगी ही. लेकिन इस परिस्थिति में भी हमलोग काम कर रहे हैं.


वहीं, इस दौरान जब तेजस्वी ने उन्हें बीच में टोका तो सीएम नीतीश ने कहा " बैठ जाओ, तमको तो गोदी में खिलाया है. जब मैं वहां था तब तुम बच्चे थे. बोलने का मौका फिर मिलेगा. लेकिन अभी बात सुनो आगे काम आएगा. बाद में बोलना, बोलते हो तो मुझे भी अच्छा लगता है."


यह भी पढ़ें -


सदन में तेजस्वी यादव से नीतीश कुमार बोले- 'बैठ जाओ, तुम्हें तो गोद में खिलाया है'

जब सदन में तेजस्वी यादव ने श्रेयसी सिंह को कहा- आप हमारी बैचमेट हैं !