गोपालगंज के विशंभरपुर थाना क्षेत्र के रमजीता-सारण मुख्य तटबंध पर जीन बाबा के स्थान के पास गुरुवार की दोपहर सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर गाली-गलौज को लेकर शुरू हुआ विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया. विद्यालय जाने के दौरान छात्रों के दो गुट आमने-सामने आ गए. इसमें जमकर चाकू चला. इस चाकूबाजी में एक छात्र की मौत हो गई.
तीन छात्रों की स्थिति नाजुक
वहीं सात अन्य लोग चाकू लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनको इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. वहीं तीन की स्थिति नाजुक बनी हुई है. एक को तत्काल प्रभाव से डॉक्टरों ने रेफर कर दिया है. मृतक 17 वर्षीय ऋतिक कुमार श्रीवास्तव विनोद मटिहनियां गांव के नागेंद्र श्रीवास्तव का पुत्र था. इस घटना में सोनू कुमार महतो, रोहित कुमार महतो, रंजीत महतो गंभीर रूप से घायल हो गए. डॉक्टरों की देखरेख में सभी घायलों का इलाज जारी है.
वहीं दूसरे पक्ष से भी हिमांशु सिंह, पुनीत सिंह, सूरज सिंह समेत कई लोग जख्मी हुए हैं. घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया. लोगों में दहशत और आक्रोश दोनों देखा जा रहा है. सूचना मिलते ही विशंभरपुर थानाध्यक्ष मुकेंद्र कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया. पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाये और दोनों पक्षों से पूछताछ शुरू की.
उधर, पुलिस कप्तान अवधेश दीक्षित ने बताया कि चाकूबाजी की घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है. दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है, ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो सके.
छात्र की हत्या के बाद बढ़ा टेंशन
वर्चस्व की लड़ाई छात्रों के बीच सोशल मीडिया पर कई महीने से चल रही थी. सासामुसा सोशल साइट पर चल रहे वार- प्रतिवार, धमकियों और बाजारों में छात्रों के बीच आये दिन हो रहे टकराव की घटना से पुलिस गंभीर नहीं थी. अब छात्र की हत्या के बाद इलाके के लोगों की टेंशन बढ़ गई है. आए दिन सोशल साइट पर बढ़ते विवादों और उससे उत्पन्न होने वाले गंभीर परिणामों का ताजा उदाहरण है, जिसने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया. ग्रामीणों की मानें, तो विशंभरपुर थाना क्षेत्र के विनोद मटिहनियां गांव के नागेंद्र श्रीवास्तव का पुत्र ऋतिक कुमार श्रीवास्तव इसरापट्टी प्लस टू स्कूल में इंटर का छात्र था.
मोबाइल पर छात्रों के एक ग्रुप में शामिल था. गुरुवार को रोज की तरह स्कूल पढ़ने गया था. दोपहर में लोगों से सूचना मिली कि छात्रों की आपस में जीन बाबा के पास सारण तटबंध के पास चाकूबाजी हुई है. तब ऋतिक के परिजनों को काफी लेट से जानकारी मिली. उसके बड़े पापा मौके पर पहुंचे, तो उसका शव खून से लथपथ पड़ा हुआ था. पुलिस मौके पर पहुंच गई थी. ग्रामीणों ने बताया कि छात्रों का ग्रुप आये दिन कभी शनिचरी बाजार, कभी रमजीता हाइस्कूल के पास, तो कभी जमुनिया मोड़ पर टकराते थे. लोगों ने पुलिस को सूचना भी दी. उसके बाद भी पुलिस के गंभीर नहीं होने के कारण आज छात्र ऋतिक की जहां जान चली गयी वहीं, सात अन्य घायल हो गये. घायलों में एक की हालत नाजुक बनी हुई है.
परिवार में मचा चीत्कार
विनोद मटिहनियां गांव के ऋतिक कुमार श्रीवास्तव के पिता नागेंद्र श्रीवास्तव बाहर रहते हैं. जबकि छोटा भाई गणेश कुमार 15 वर्ष घर पर अपने बड़े पिता महेंद्र नाथ श्रीवास्तव के साथ रहते है. घटना के बाद परिवार के लोगों में चीत्कार मचा रहा. महेंद्र नाथ श्रीवास्तव ऋतिक के शव को देखते ही बेहोश हो गये. उनको क्या पता था कि सभी साथ में स्कूल जाने वाले उसके साथी ही उसे मार डालेंगे. रमजीता व सिपाया का बीच का सुनसान स्थान जीन बाबा का स्थल पर छात्रों ने प्लान बनाकर जिस प्रकार से चाकूबाजी की, उससे पूरा इलाका फिर से दहल उठा है. आज से 20 वर्ष पहले यहां जंगल पार्टी की आपस में ऐसे ही गैंगवार में हत्याएं होती रहती थीं. अब भेडिहारी टोला, सेलहपुर व दियारा के छात्रों व मनबढ़ू युवकों ने अपना गैंग बना लिया है. उसी दौरान देख लेने की बात पर दोनों ग्रुप के छात्र पहुंचकर आपस में भिड़ गए. अब पूरा इलाका शांत हो चुका था. इस हत्या ने लोगों की बेचैनी को बढ़ा दिया है.
क्या बोले पुलिस कप्तान?
पुलिस ने घटनास्थल पर कई साक्ष्यों को देखते हुए आम लोगों को आने- जाने पर रोक लगा दी. एफएसएल की टीम को बुलाया गया. मौके से खून से सनी मिट्टी, चप्पल, जूता, कड़ा, चाकू जब्त किया गया है. जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया. पुलिस कप्तान अवधेश दीक्षित ने बताया कि घटना में सभी घायल नाबालिग हैं. छात्र हैं. स्कूल साथ आने- जाने के दौरान हुए विवाद को लेकर घटना घटित हुई है.
अवधेश दीक्षित ने कहा कि अब तक इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है. मृतक के परिजन की तहरीर का इंतजार किया जा रहा है. उनकी तहरीर के आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी. वैसे पुलिस छात्रों के सोशल एकाउंट की भी जांच हो रही है.
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